-जीवन में सिर्फ अच्छी शैक्षिक योग्यता या अच्छा करियर ही काफी नहीं है। बल्कि हमारा लक्ष्य होना चाहिए कि एक संतुलित और सफल जिंदगी जिएं। संतुलित जीवन का मतलब है हमारा अच्छा स्वास्थ्य, लोगों से अच्छे संबंध और मन की शान्ति, यह सब कुछ अच्छा होना चाहिए।
–दुनिया में इंसान सिर्फ एक मोबाइल के रिचार्ज जैसा है, जो अपनी वैलिडिटी के बाद खत्म हो जायेगा। हर किसी की वैलिडिटी है। अगर आप भाग्यशाली रहे तो कम से कम 50 साल तो जिएंगे ही। इन 50 सालों में सिर्फ 2500 सप्ताहांत होते हैं। क्या तब भी सिर्फ काम ही काम करने की जरुरत है? जीवन को इतना भी कठिन नहीं बनाना चाहिए कि खुशियां हमसे दूर रहें।
जीवन उतार-चढ़ाव से भरा होता है, इसकी आदत बना लेनी चाहिए।
-दूसरों की नकल करने वाला इंसान थोड़े समय के लिए सफलता तो प्राप्त कर सकता है, लेकिन वह जीवन में बहुत आगे नहीं बढ़ सकता है।
हमारी गलती सिर्फ हमारी है, हमारी असफलता सिर्फ हमारी है, किसी को इसका दोष नहीं देना चाहिए। हमें गलती से सीखना चाहिए और जीवन में आगे बढ़ना चाहिए।
-टीवी का जीवन असली नहीं होता है और न ही जिंदगी टीवी सीरियल की जैसी होती है। असल जीवन में आराम नहीं होता, सिर्फ और सिर्फ काम होता है।
अच्छी पढ़ाई करने वाले और कड़ी मेहनत करने वाले अपने दोस्तों को कभी नहीं चिढ़ाना चाहिए। एक समय ऐसा आएगा जब आपको उसके नीचे भी काम करना पड़ सकता है।
-लोहे को कोई भी नष्ट नहीं कर सकता, लेकिन इसकी खुद की ही जंग इसे नष्ट कर देती है। इसी प्रकार एक व्यक्ति को कोई भी नष्ट नहीं कर सकता है, लेकिन खुद की मानसिकता उसे बर्बाद कर सकती है।