लोग अपने दुधारू पशुओं को पिला रहे हैं मजबूरन गंदा पानी
बड़ागुढ़ा गांव अलीकां राजकीय विद्यालयों के पास
स्थित पंचायती जोहड़ की मौजूदा हालात चिंताजनक हो रही है। जोहड़ में पानी पशुओं के पीने योग्य नहीं रहा फिर भी लोग मजबूरन अपने पशुओं को इस जोहड़ में पानी पिलाने के लिए ला रहे हैं। अमृत सरोवर योजना के लिए तहत लाखों रुपए की लागत से पंचायती जोहड़ के सौंदर्यकरण कार्य अभी पूरा भी नहीं हुआ है कि जोहड़ हालत चिंता जनक हो चुकी है। जोहड़ में पानी खराब हो चुका है। नया पानी डलवाया नहीं गया जिससे आसपास घरों में हवा के रूख के अनुसार पानी की बदबू से लोगों को परेशानी हो रही है। वहीं लोग अपने दुधारू पशुओं को यही गंदा पानी पिला रहें हैं।मिशन
अमृत सरोवर के तहत जोहड़ के कायाकल्प बदलने के लिए जीर्णोद्धार व सौंदर्यकरण के नाम पर लाखों रुपए खर्च करने के बावजूद नहीं लगता कि यहां कोई काम किया गया
होग, इसलिए इसकी उच्च स्तरीय जांच का विषय बन चुका है। लोगों की मांग है कि कम से कम इसमें गंदा पानी निकाल कर नए सिरे से स्वच्छ पानी डलवाया जाए ताकि दुधारू पशुओं के पीने के लिए स्वच्छ पानी उपलब्ध हो सके। सरकार द्वारा
गांव अलीकां में पंचायती जोहड़ों की मिशन अमृत सरोवर योजना के तहत जोहड़ के जीर्णोद्धार व
सौंदर्यकरण किया गया था। लेकिन राजकीय विद्यालयों के पास स्थित मुख्य जोहड़ का काम अधर में ही लटका हुआ है
।जोहड़ में केवल मिट्टी निकाली गई थी उसके बाद जोहड़
के किनारे तारबंदी, पार्किंग इंटरलॉकिंग ईंटों से पग डंडी का निर्माण, पेड़ पौधे आदि सहित काफी काम किया जाना था लेकिन पता नहीं क्यों ठेकेदार पिछले काफी समय पहले अधर में ही कार्य छोड़ कर चला गया। मौके पर यदि आकर जोहड़ का निरीक्षण किया जाए तो जिला प्रशासन को इस संबंध में पूरी जानकारी का पता चल सकता है कि जोहड़ का कायाकल्प बदलने के लिए कोई खास प्रबंध नहीं किया गया।