गुलाबी ठंड शुरू हो गई। शाम ढलते ही तापमान में गिरावट शुरू हो गई है। आने वाले समय में भी ठंड का असर इससे बढ़ेगा। आज 13 अक्टूबर 2024 को कई प्रदेशों में बरसात होगी। जिसको लेकर मौसम वैज्ञानिकों ने चेतावनी जारी की है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी की रेखा अक्षांश 29 डिग्री उत्तर देशांतर 84 डिग्री पूर्व नौतनवा, सुल्तानपुर, पन्ना, नर्मदापुरम, खरगाँव, नंदुरबार, नवसारी, अक्षांश 20 डिग्री उत्तर और देशांतर 70 डिग्री पूर्व से होकर गुज़र रही है।
कर्नाटक-गोवा तट के पास पूर्वी मध्य अरब सागर पर बना कम दबाव का क्षेत्र अब 11 अक्टूबर को 0530 बजे आईएसटी पर गोवा और उत्तरी कर्नाटक तट के पास पूर्वी मध्य अरब सागर पर स्थित है। इससे जुड़ा चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। इसके उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ने और अगले 2 से 3 दिनों के दौरान मध्य अरब सागर पर एक थे डिप्रेशन में बदलने की उम्मीद है।
पश्चिमी विक्षोभ जम्मू और उससे सटे पाकिस्तान पर समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में बना हुआ है, जिसमें समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर एक द्रोणिका है, जो अब लगभग 75 डिग्री पूर्व देशांतर के साथ 32 डिग्री उत्तरी अक्षांश के उत्तर में चल रही है। पूर्वी असम के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। 12 अक्टूबर के आसपास बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम के मध्य भागों में एक ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण विकसित होने की उम्मीद है।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अगले 24 घंटे को दौरान, तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल, लक्षद्वीप और महाराष्ट्र में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बरसात हो सकती है।
पिछले 24 घंटों के दौरान देश भर में हुई मौसमी हलचल पिछले 24 घंटों के दौरान, पूर्वी असम, अरुणाचल प्रदेश और तटीय आंध्र प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई।पूर्वोत्तर भारत, तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, विदर्भ, दक्षिण मध्य प्रदेश, कोंकण और गोवा, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, लक्षद्वीप और दक्षिण गुजरात, तथा अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश हुई। झारखंड, ओडिशा, सिक्किम, छत्तीसगढ़, मराठवाड़ा और सौराष्ट्र और कच्छ में हल्की बारिश हुई। दक्षिण पूर्वी राजस्थान में 1 या 2 स्थानों पर हल्की बारिश ह