बाजार में धनिया 200 से 300 रुपए, लहसुन 400 से 500 रुपए, मेथी 200 से 250 रुपए, हरा मटर 200 से 240 रुपए प्रति किलो के भाव से फुटकर में बेचा जा रहा है। इसी तरह हरी मिर्च 160, गोभी, सेमी, पालक, परमल 70 से 80 रुपए प्रति किलो के दाम पर बिक रहे हैं।
महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश और आंध्र प्रदेश जैसे प्रमुख उत्पादक राज्यों में भारी बारिश के मद्देनजर यह उछाल नजर आ रहा है। सब्जी विक्रेताओं के अनुसार बारिश की नई सब्जियां आने के बाद आवक बढ़ने पर भाव में गिरावट की संभावना की जा सकती है।
हालांकि, व्यापारियों का कहना है कि, खरीफ टमाटर की बुआई आंध्र प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में पिछले साल की तुलना में पिछड़ रही है। महाराष्ट्र में टमाटर में कीटों और बीमारियों की समस्या अधिक है, जिससे आपूर्ति में कमी आई है। चूंकि खुदरा और थोक बाजारों में टमाटर की कीमतें बढ़ने लगी है, इसलिए सरकार मोबाइल वैन के माध्यम से सब्जी बेचकर हस्तक्षेप कर सकती है, जैसा कि पिछले महीने किया गया था। हाल ही में उपभोक्ता मामलों के विभाग की सचिव निधि खरे ने भी कहा था कि हम कीमतों पर नजर रख रहे हैं। जरूरत पड़ने पर हस्तक्षेप करेंगे
सब्जी | थोक (रुपये) | खुदरा (रुपये) |
---|---|---|
आलू | 26—28 | 35—60 |
प्याज | 48—50 | 60—70 |
टमाटर | 40—50 | 90—100 |
हरा धनिया | 150—200 | 200—300 |
हरी मिर्च | 90—110 | 160—180 |
अदरक | 80—110 | 90—150 |
लहसुन | 250—300 | 400—500 |
फूल गोभी | 35—40 | 60—80 |
लौकी | 25—30 | 40—50 |