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मजहबी सिख समाज के चिंतन सम्मेलन में दिया समाज की एकता और शिक्षा पर जोर

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अपने बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाने पर जोर दें समाज: सविंद्र सिंह
सिरसा। अखिल राजस्थान मजहबी सिख महासभा एवं ऑल इंडिया मजहबी सिख वेलफेयर एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में हनुमानगढ़ के अग्रसेन भवन में रंगरेटे गुरु के बेटे दशा और दिशा विषय पर चिंतन सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन में समाज की एकता, शिक्षा, राजनीतिक भागीदारी एवं सामाजिक कुरीतियों को त्यागने पर विशेष चर्चा हुई। सम्मेलन की अध्यक्षता अखिल राजस्थान मजहबी सिख महासभा के प्रदेश अध्यक्ष एवं ऑल इंडिया मजहबी सिख वेलफेयर एसोसिएशन के राजनीतिक विंग के चेयरमैन सरदार जसविंदर सिंह धालीवाल ने की। मुख्य अतिथि के रूप में दिल्ली कांग्रेस पार्टी के प्रभारी एवं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय सचिव सरदार सुखविंदर सिंह डैनी उपस्थित रहे। सम्मेलन के दौरान वक्ताओं ने मजहबी सिख समाज के ऐतिहासिक योगदान को रेखांकित करते हुए कहा कि यदि समाज की सामाजिक जड़ें मजबूत होंगी, तभी राजनीतिक, प्रशासनिक, शैक्षणिक और आर्थिक रूप से भी समाज की प्रगति संभव होगी। उन्होंने युवाओं को राजनीति में सक्रिय भागीदारी निभाने के लिए प्रेरित किया। चिंतन सम्मेलन में वक्ताओं ने समाज में फैली कुरीतियों पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि नशाखोरी, अशिक्षा, आपसी मतभेद और सामाजिक भेदभाव जैसी समस्याएं समाज की प्रगति में बाधक हैं। वक्ताओं ने नशामुक्ति अभियान को और अधिक प्रभावी बनाने तथा शिक्षा को बढ़ावा देने पर जोर दिया। ऑल इंडिया मजहबी सिख वेलफेयर एसोसिएशन के कोऑर्डिनेटर सरदार संविद्र सिंह सिरसा ने कहा कि समाज के हर परिवार को अपने बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाने पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि शिक्षा ही आत्मनिर्भरता की कुंजी है। सरदार बैसाखा सिंह ने कहा कि जब तक समाज में एकता नहीं होगी, तब तक कोई भी आंदोलन सफल नहीं हो सकता। बाबा हरजिंद्र सिंह खालसा ने समाज में भाईचारा बढ़ाने और एकजुटता को बनाए रखने का संदेश दिया। वर्तमान समय में समाज की सामाजिकए शैक्षणिक और आर्थिक स्थिति पर चिंता व्यक्त की। सरदार जसविंदर सिंह धालीवाल ने कहा कि मजहबी सिख सिर्फ  एक समुदाय नहीं, बल्कि एक विचारधारा है, जिसने सिख धर्म की रक्षा और उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने अमर शहीद शिरोमणि जरनैल बाबा जीवन सिंह, शहीद बाबा दीप सिंह, अकाली फूला सिंह, शिरोमणि जरनैल हरी सिंह नरुआ भाई वीर सिंह और धीर सिंह जैसे योद्धाओं के बलिदान को याद किया और कहा कि इनके दिखाए मार्ग पर सम्मेलन में लिए गए चलकर ही समाज को सशक्त बनाया जा सकता है। मुख्य अतिथि सरदार महत्वपूर्ण निर्णय सुखविंदर सिंह डैनी ने समाज के सम्मेलन के अंत में समाज को राजनीतिक सशक्तिकरण की एकजुट करने और राजनीतिक, शैक्षणिक एवं आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। यह तय किया गया कि समाज के प्रत्येक सदस्य को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक किया जाएगा। युवाओं को रोजगार और शिक्षा के अवसर उपलब्ध कराने के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे और नशामुक्ति अभियान को गांव.गांव तक पहुंचाया जाएगा।

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