रोहतक पीजीआई केस मामले को लेकर नवीन जयहिन्द मंगलवार 15 अप्रैल को रोहतक कोर्ट में पेशी पर पहुंचे। आपको बता दें कि कुछ महीनों पहले रोहतक पीजीआई भर्तियों में भ्रष्टाचार व बाहरियों को भर्ती किया जा रहा था, जिसकी आवाज उठाने पर नवीन जयहिन्द पर केस हुआ।जयहिन्द ने माननीय न्यायालय से अपील करते हुए कहा कि जितना जल्दी फैसला आ जाए तो अच्छा होगा और हम सरकार का भी धन्यवाद करेंगे अगर सरकार मेरे केस को फास्टट्रैक कोर्ट में डाल दे।
जयहिन्द का कहना है कि मुख्यमंत्री सैनी जी तो कहते है कि किसी को भी नौकरी से नहीं निकलेंगे और जिन भी HKRN के तहत लगे लोगों को निकाला जा रहा है उन्हें अपनी लड़ाई लड़ने के लिए खुद आगे आना पड़ेगा, हम उनके साथ खड़े है।
अलग–अलग विभागों में 1.50 से 2 लाख तक वैकेंसी खाली पड़ी है, तो यह सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि उन वैकेंसियों को भरे ताकि बेरोजगारों को रोजगार मिले। साथ ही सरकार को भर्ती कैलेंडर भी जारी करना चाहिए क्योंकि अगर भर्ती कैलेंडर जारी नहीं होंगे तो ऐसे ही भर्तियों पर राजनीति होती रहेगी। सबसे जरूरी बात है कि पक्ष व विपक्ष को इस पर ध्यान देना चाहिए और विपक्ष को खासकर इसकी आवाज उठानी चाहिए।
जिस तरह से हिसार में प्रधानमंत्री जी द्वारा एयरपोर्ट का उद्घाटन किया गया है वह अच्छी बात है लेकिन जहां तक बेरोजगारों की बात है तो सिर्फ एक एयरपोर्ट चालू करने से बेरोजगारी खत्म नहीं होगी। इसके लिए अलग–अलग चीजें करनी पड़ेगी।