चेतावनी, आदेश वापिस नहीं लिए तो होगा आंदोलन
सिरसा। हरियाणा के सरकारी स्कूलों में कार्यरत विभिन्न जिलों में कंप्यूटर लैब सहायकों को सरकार के गर सरकारी आदेशों के चलते परेशानियों से दो-चार होना पड़ रहा है। कंप्यूटर लैब सहायक वेलफेयर एसोसिएशन के राज्य प्रधान कर्मजीत संधू ने प्रेस को जारी बयान में बताया कि कंप्यूटर लैब सहायकों की अनाज मंडियों में कंप्यूटर ऑपरेट यानि ई-पास जेनरेट करने में अनावश्यक ड्यूटियां लगाई जा रही है, जिसके कारण कंप्यूटर लैब सहायक को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि पिछले तीन से चार महीने से कंप्यूटर लैब अटेंडेंट को सैलरी भी नहीं मिल रही। उन्होंने बताया कि कंप्यूटर लैब अटेंडेंट का वेतन मात्र 12000 रुपये है और उसके बाद भी अनाज मंडियों में 30 से 40 किलोमीटर ड्यूटी करवाई जा रही है, जबकि ड्यूटी का कोई भी अतिरिक्त चार्ज नहीं दिया जाता। इसके अलावा महिला कर्मचारियों की ड्यूटी भी ई-पास जेनरेट करने में लगाई गई है, ड्यूटी का कोई भी टाइम नहीं है, जिससे कंप्यूटर लैब सहायक साथियों में निराशा है। संधू ने कहा कि कंप्यूटर लैब सहायक वेलफेयर एसोसिएशन इसका पूर्ण रूप से विरोध करती है। ये बिल्कुल अन्याय है, कंप्यूटर लैब सहायक इन ड्यूटियों से मानसिक रूप से परेशान हो चुके हंै। शिक्षा विभाग द्वारा भी आदेश जारी किए हुए हैं कि किसी अन्य कार्य में ड्यूटी न लगाई जाये, लेकिन बावजूद इसके अनावश्यक ड्यूटी लगाई जा रही है, जो कि न्यायोचित नहीं है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने अपने आदेशों को वापस नहीं लिया तो कर्मचारी आंदोलन को मजबूर होंगे, जिसकी जिम्मेवारी सरकार की होगी।