सिरसा। श्री स्वामी लक्ष्येश्वर आश्रम गो सेवा सदन, फूलकां में गोपाष्टमी का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया गया। गौशाला के सचिव हरभजन सिंह ने बताया कि सर्वप्रथम गौशाला प्रांगण में हवन यज्ञ किया गया, जिसमें गौशाला प्रधान रविंद्र कुलडिय़ा सहित समस्त गौ भक्तों के साथ-साथ ग्रामीणों ने आहूति डालकर पुण्य कमाया। इसके बाद गौमाता को तिलक लगाकर पूजन किया गया। गौभक्तों ने गौवंश को गुड़ व हरा चारा, दलिया व अन्य सामग्री खिलाकर पुण्य कमाया। इस मौके पर प्रधान रविंद्र कुलडिय़ा ने कहा कि गो माता का अध्यात्म भी उतना ही सशक्त है, जितना उनका वैज्ञानिक महत्व। पुराणों में गो को 33 कोटि देवी-देवताओं का निवास बताया गया है। नौ ग्रहों की ऊर्जा संतुलन में गाय की सूर्य-शक्ति धारक प्रकृति अत्यंत महत्वपूर्ण है। कुलडिय़ा ने कहा कि हमारे यहां यह धारणा रही है कि गो-सेवा मनुष्य की आत्मा को मोक्ष के पथ की ओर ले जाती है। इसलिए गोपाष्टमी का यह पर्व केवल पूजा-अर्चना का दिन नहीं, बल्कि धरा और जीवों के संरक्षण का संकल्प-दिवस है। इस दिव्य विरासत को मजबूत बनाए रखने के संकल्प का दिन है। उन्होंने कहा कि गाय बचेगी तो जीवन, प्रकृति बचेगी, जिससे भविष्य बचेगा। कार्यक्रम के पश्चात सभी को प्रसाद वितरित किया गया। इस मौके पर जयचंद कूकणा, रामकिशन कुहाड़ खजांची, मदन सहारण, ओम सहारण, देवीलाल सिहाग, सत्यनारायण कुलडिय़ा, मोहनलाल कसवां, मेघराज कुलडिय़ा, प्रहलाद सिंह बाजेकां, सन्नी ठाकर, जगदीश छिंपा, सुभाष भालोटिया (कैशियर), जगदीश कुलडिय़ा, भोजाराम सोनी, काशीराम कसवां, मुरारी सहारण, रामस्वरूप ढाका, राकेश शर्मा, मेवा सिंह बैनीवाल सहित गौभक्त व ग्रामीण उपस्थित थे।



