सिरसा । बाल दिवस के शुभ अवसर पर हारे का सहारा चैरिटेबल ट्रस्ट ने स्वर्गीय सुशीला देवी की पवन स्मृति में भोग सरामणि मुहिम के तहत खैरपुर स्थित सरकारी स्कूल में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया। इस अवसर पर उड़ीसा के पूर्व राज्यपाल प्रो. गणेशी लाल ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। कार्यक्रम की एक ख़ास बात यह रही कि समाज सेवा की भावना को आगे बढ़ाते हुए तीन पीढ़ियों ने बच्चों के बीच समय बिताया। पूर्व राज्यपाल प्रो. गणेशी लाल, उनके पुत्र मनीष सिंगला, और पौत्र लक्ष्य सिंगला ने बच्चों के साथ मिलकर भोजन किया और उनका हौसला बढ़ाया। मनीष सिंगला ने इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों को ‘माँ की पूजा’ का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि माँ केवल एक व्यक्ति नहीं, बल्कि सेवा और त्याग का साक्षात् रूप हैं, और उनकी स्मृति में किया गया कोई भी नेक कार्य सबसे बड़ी श्रद्धांजलि है। माँ से बड़ा इस दुनिया में कोई नहीं। हर दिन एक पुष्प माँ के चरणों में अर्पित करें, यही सफलता का पहला मंत्र है। माँ की पूजा से बड़ा कोई यज्ञ नहीं, और माँ की गोद से बढ़कर कोई स्वर्ग नहीं। मनीष सिंगला ने माँ की महिमा को विज्ञान से जोड़ते हुए कहा, जैसे एक एटम बम को बनाने में अनगिनत प्रयास लगते हैं, वैसे ही एक माँ के भीतर एक जीवन को जन्म देने की अद्भुत शक्ति होती है। माता-पिता की सेवा करने से जो आशीर्वाद मिलता है, वह किसी तपस्या से कम नहीं। उन्होंने बच्चों को शांति और मौन की साधना की सलाह देते हुए कहा कि अगर आप मौन की ताकत को जान गए, तो आत्मा के स्तर पर ईश्वर से जुड़ाव अपने-आप महसूस होने लगेगा। माँ की पूजा पूरे मन से करें, फिर देखिए कैसे आपके जीवन में चमत्कार घटित होते हैं।इस बाल दिवस के कार्यक्रम में सरकारी स्कूल के बच्चों ने पूरे उत्साह के साथ हिस्सा लिया और रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देकर सबका मन मोह लिया। बच्चों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया, जिससे पूरा वातावरण उल्लास से भर गया। हारे का सहारा चैरिटेबल ट्रस्ट’ और सिंगला परिवार का यह प्रयास न केवल बच्चों को भोजन प्रदान करता है, बल्कि उन्हें एक बेहतर भविष्य के लिए प्रेरित भी करता है। प्रो गणेशी लाल ने कहा कि बाल दिवस के पावन अवसर पर, मैं खैरपुर के इन नन्हें-मुन्नों के बीच आकर अत्यंत प्रसन्न हूँ। आज यह कार्यक्रम सिर्फ़ बच्चों को भोजन खिलाने तक सीमित नहीं है, बल्कि बच्चों में माँ की पूजा की अलख जागृत करनी हैं। ‘भोग सरामणि मुहिम’ इसी संकल्प से शुरू की गई थी कि हम समाज के सबसे ज़रूरतमंद बच्चों की सेवा कर सकें। माता-पिता की सेवा ही सबसे बड़ी पूजा है। इसीलिए, मैं सभी से यह आग्रह करता हूँ कि अपनी माँ की पूजा करें और उनके दिखाए त्याग व सेवा के मार्ग पर चलें। इस दौरान बच्चों को अपने हाथ से भोजन खिलाया गया। इस दौरान मनीष सिंगला ने माँ पर भजन प्रस्तुत किया । इस मौके पर निजी सचिव हरपिंदर शर्मा, अग्रवाल सभा के प्रधान जेपी गुप्ता, योगेश बिज़ारनिया, प्रिंसिपल देवेन्द्र प्रताप मलिक, स्कूल मुखिया मीनू अरोड़ा, सीमा कामरा, सावित्री शर्मा, रीना देवी, रविंद्र, भजन लाल, रामदास, करनैल चंद, संगीता, मनदीप, सुभाष लाल, अनुपमा, कर्मजीत कौर इत्यादि मौजूद थे।



