सिरसा : सिरसा जिला के गाँव रोड़ी के ज्ञान सागर पब्लिक स्कूल के 140 विद्यार्थियों ने अध्यापक-अध्यापिकाओं के साथ श्री बाबा तारा जी कुटिया का भ्रमण किया। कुटिया में पहली बार पहुंचा विद्यार्थियों का दल कुटिया को देखकर वाह वाह कर उठा। विद्यार्थी, अध्यापक-अध्यापिकाएं मोबाइल फोन में कुटिया को कैद करने में लगे रहे। कुटिया के मुख्य सेवक गोबिंद कांडा सभी बच्चों से मिले और उनके साथ सेल्फी करवाई। कुटिया की ओर से बच्चों को जलपान करवाया गया। अध्यापक-अध्यापिकाओं और विद्यार्थियों ने बाबा तारा जी की समाधि पर शीश नवाया तो शिवालय में पहुंचकर जलाभिषेक और पूजा अर्चना की।
रोड़ी के ज्ञान सागर पब्लिक स्कूल के बच्चे कुटिया देखने के लिए श्री बाबा तारा जी कुटिया (श्री तारकेश्वरम धाम) पहुंचे। जैसे ही बच्चे बस से उतरकर हाथी गेट पर पहुंचे तो गेट के दोनों को स्थित हाथियों की विशाल प्रतिमाएं देखकर बच्चे हाथी-हाथी, ऐलीफेंट-ऐलीफेंट चिल्लाने लगे। बचों के साथ अध्यापक-अध्यापिका किरण, रीना, राजवीर, पवन, सुखबीर, रमन, मनीषा आए हुए थे। बच्चों में प्रणित, योगेश, साक्षी, समीक्षा, हितेन जसमीत, नूरदीप, मुख्तियार, अगम प्रीत, सहज, प्रीत, कीरत, रिशा, जगदेव, रेन, दिव्या, निधि, लक्ष्य, सेजल, अर्चना प्रमुख रूप से शामिल थे। अध्यापक-अध्यापिकाओं ने हाथियों की प्रतिमाओं के सामने बच्चों को खड़ाकर उनकी फोटो खींची। इसके बाद बच्चे कतारबद्ध होकर श्री बाबा तारा जी के समाधि परिसर में पहुंचे। जहां पर सभी ने समाधि के समक्ष शीश नवाया। कुटिया के सेवक जयनंदन भाई ने अध्यापक-अध्यापिकाओं और विद्यार्थियों को श्री बाबा तारा जी के बारे में विस्तार से जानकारी दी और उनके चमत्कारों से अवगत करवाया। बच्चों को वहां पर प्रसाद वितरित किया गया। इसके बाद अध्यापक-अध्यापिकाओं और विद्यार्थियों ने शिवालय में पहुंचकर जलाभिषेक किया और पूजा अर्चना की। भगवान श्री गणेश, शिव और नंदी की विशाल प्रतिमाएं देखकर हर कोई गदगद दिखाई दिया।इसके बाद बच्चों ने जुरेसिक गार्डन, वृंदावन वाटिका देखी तो बाद में गुफा में प्रवेश किया। जहां पर उन्होंने देवी देवताओं की प्रतिमाओं के समक्ष शीश नवाया तो 12 ज्योर्तिलिंग के दर्शन किए। बाद में उन्होंने समुंद्र मंथन की झांकियां देखी। इसके बाद सभी ने समाधी के मुख्य द्वार पर कुटिया के मुख्य सेवक गोबिंद कांडा से मुलाकात की। कांडा ने उन्हें आशीर्वाद प्रदान किया।