दूसरे डेरा से जुड़े लोग साध संगत को रोकने का कर रहे हैं काम
कालांवाली, 03 नवंबर (प्रजापति): मस्ताना शाह बिलोचिस्तान आश्रम डेरा जगमालवाली में आज नवंबर माह में पूजय संत मैनेजर साहब के जन्मदिवस माह में सत्संग हुआ। इस दौरान महात्मा वीरेंद्र सिंह के मुखर विरोधी रहे अमर सिंह ने माइक पर साध संगत के सामने कई प्रकार के खुलासे किए। उन्होंने कहा कि संत बहादुर चंद वकील साहब के निधन के बाद जैसे ही वह दोपहर 1:00 बजे डेरा में पहुंचे तो दूसरे डेरा से जुड़े कुछ लोग वहां पर खड़े थे और डेरा को आग के हवाले करने की बात कर रहे थे। मैंने विरोध किया और मैं वहां से निकल गया थोड़ी देर बाद एक साधु का फोन आया और मुझे वापस बुलाया गया। उन्होंने कहा कि संतों के पास जो लड़की वाला मामला था वह भी झूठा था क्योंकि दूसरे डेरा से जुड़े लोग डेरा जगमालवाली को बदनाम करने की साजिश रच रहे थे। उन्होंने कहा कि मेनै स्वयं फॉरेंसिक लैब में लगे अपने मित्रों से जांच करवाई है। संतों की ओर से लिखी डायरी सही पाई गई है और महात्मा वीरेंद्र ही गद्यी के सही हकदार हैं। इस बात की पुष्टि संत खुद करके गए हैं। उन्होंने कहा कि दूसरे पक्ष के लोग अब नया डेरा बनाने की बात करके साध संगत को गुमराह कर रहे हैं और परमार्थ के पैसे इक_े करके खाने का काम कर रहे हैं। जैसे की गाड़ी में तेल डलवाना। उन्हें हर बात का पता है कि भक्ति क्या होती है। उन्होंने कहा कि महात्मा बीरेंद्र सिंह सही हकदार थे और दूसरे डेरा के लोग बदनाम करने का काम कर रहे हैं लेकिन साध संगत शांत और समझदार है उनके बहकावे में नहीं आने वाली है।
इंसान का शरीर मंदिर है इसके अंदर ही सब कुछ है: संत वीरेंद्र सिंह
इंसान का शरीर ही मंदिर है और इसके अंदर ही सब कुछ है इसे मात्र पहचान की जरूरत है क्योंकि इंसान मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा में सभी तमाम धार्मिक स्थान पर माथा टेकर परमात्मा को पाना चाहता है लेकिन अंदर के परमात्मा को पाना बड़ी बात है। उक्त बात आज डेरा जगमालवाली में साध संगत को संबोधित करते हुए संत वीरेंद्र सिंह ढिल्लों ने कही उन्होंने कहा कि मानव अपने शरीर के अंदर बहुत प्रकार की ऐसी वस्तुएं खा रहा है जो उसे नहीं खानी चाहिए और इंसान को भक्ति रूपी शरीर के अंदर परमात्मा की प्राप्ति के लिए सिमरन और भक्ति करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इंसान जितना अधिक से अधिक सिमरन करेगा और भक्ति करेगा परमात्मा उतना ही उस पर खुश होंगे और उसे सही रास्ते पर चलने का सवंय ही ज्ञान होगा। उन्होंने कहा कि इंसान इस धरती पर अकेला आता है और अकेले ही जाना होता है लेकिन जाने के समय जो रास्ता बेहतर करता है वह उसे अकेले नहीं करना होता है वह रास्ता तभी आसान होगा जब वह सिमरन और भक्ति करेगा। इस मौके पर हजारों साध संगत ने उनके प्रवचनों को सुनने का काम किया।
सुरक्षा के थे इंतजाम
डेरा जगमालवाली में सत्संग के दौरान सुरक्षा के पूरे इंतजाम थे क्योंकि पिछले दिनों डेरा जगमालवाली में की ओर से अफवाहें फैलाई गई थी। उसके कारण थोड़ा माहौल खराब हो गया था लेकिन अब शांति बनी हुई है। पुलिस प्रशासन की ओर से पूरे पुख्ता इंतजाम किए गए थे। चप्पे-चप्पे पर पुलिस की नजर बनी हुई थी। हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, यूपी सहित कई राज्यों के श्रद्धालुओं की ओर से आज सत्संग में भाग लिया गया।
फोटो: अमर सिंह मिडिया के साथ बात करते व साध संगत को संबोधित करते हुए संत वीरेंद्र सिंह ढिल्लों