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-प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री से बातचीत के लिए किया आग्रह
-दवा से ठीक हुए लोगों ने सुनाई अपनी दास्तां
-दवा से ठीक हुए लोगों ने सुनाई अपनी दास्तां
सिरसा। देश में अनगिनत बिमारियों ने पैर पसार रखे हंै, लेकिन इन बिमारियों का मूल कारण क्या है, ये किसी को पता नहीं है। इन बिमारियों का मूल कारण है वायरस। कुछ वैज्ञानिकों ने इन्हें घातक बताकर सरकार को भ्रम में डाल रखा है और सरकार ने जनता को। जबकि इस वायरस की दवाई हमारे वातावरण में ही मौजूद है, उसे कहीं खोजने की आवश्यकता नहीं। इन्हीं बातों को देखते हुए मैंने एक दवा इजाद की है, जिससे अब तक दर्जनों लोग ठीक होकर सामान्य जीवन जी रहे हंै। उक्त जानकारी शहर के बेगू रोड निवासी ब्रह्मानंद शर्मा ने मीडिया के समक्ष रू-ब-रू होते हुए कही। उन्होंने बताया कि लोग बिमारियों से कम, जबकि भ्रम के कारण ज्यादा मर रहे हंै। कोरोना महामारी के दौरान से लेकर अब तक वह इस संबंधी अनेक बार प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक पत्राचार के माध्यम से संपर्क क चुका हूं, लेकिन अभी तक किसी ने उसकी बातों पर गौर नहीं किया, जिसके कारण लोग लगातार अकाल मौत के मुंह में जा रहे हंै। रोजाना निर्दोष लोग मर रहे हंै। ब्रह्मानंद शर्मा ने कहा कि उसने प्राकृतिक चीजों से जो दवा इजाद की है, उसे दर्जनों लोगों ने अपनाया और आज वो लोग अपनी बिमारी से निजात पाकर सामान्य जीवन जी रहे हैं। इसलिए उसका प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री से आग्रह है कि वो एक बार समय देकर मेरी बात को सुनें, ताकि अकारण मौत का सिलसिला रोका जा सके और फैलाए जा रहे भ्रम को दूर किया जा सके।
ये बोले ठीक हुए लोग:
मीडिया के समक्ष रामपुरा ढिल्लों निवासी शकुंतला ने बताया कि उसे खुजली की समस्या थी। काफी डॉक्टरों को दिखाया, लेकिन दवाई से कोई फर्क नहीं पड़ा। फिर उन्हें ब्रह्मानंद शर्मा के बारे में पता चला। सने अपनी समस्या बताई और दवा शुरू की। दो से तीन दिनों में ही उसकी खुजली की समस्या समाप्त हो गई। यही नहीं उसके बेटे अभिषेक को आंखों की समस्या थी। डॉक्टरों ने चश्मा लगाने की हिदायत दी, जिसपर उसने बेटे को भी ब्रह्मानंद शर्मा से दवा लेकर दी और अब बेटे की आंखों बिल्कुल ठीक है और चश्में की भी जरूरत नहीं है। वहीं जोधकां निवासी राजेंद्र गिरी ने बताया कि उसे एक से डेढ़ साल से माइग्रेन की दिक्कत थी। उसने काफी उपचार करवाया, लेकिन कोई राहत नहीं मिली। उसे भी किसी परिचित ने ब्रह्मानंद शर्मा के बारे में बताया, जिसपर उसने इनसे मिलकर दवा शुरू की। एक सप्ताह में उसकी माइग्रेन की समस्या खत्म हो गई और आज वो बिल्कुल ठीक है। नेजियाखेड़ा निवासी ममता ने बताया कि उसे काफी समय से लंग्स की दिक्कत थी। उसने भी कई स्थानों पर उपचार करवाया, लेकिन आराम नहीं मिला। जैसे ही ब्रह्मानंद शर्मा के बारे में पता चला तो समस्या बताकर दवा शुरू की और वह बिल्कुल ठीक है। यही नहीं उसकी बहन को भी खुजली की समस्या थी, वो भी इस दवा से बिल्कुल ठीक है।
ये बोले ठीक हुए लोग:
मीडिया के समक्ष रामपुरा ढिल्लों निवासी शकुंतला ने बताया कि उसे खुजली की समस्या थी। काफी डॉक्टरों को दिखाया, लेकिन दवाई से कोई फर्क नहीं पड़ा। फिर उन्हें ब्रह्मानंद शर्मा के बारे में पता चला। सने अपनी समस्या बताई और दवा शुरू की। दो से तीन दिनों में ही उसकी खुजली की समस्या समाप्त हो गई। यही नहीं उसके बेटे अभिषेक को आंखों की समस्या थी। डॉक्टरों ने चश्मा लगाने की हिदायत दी, जिसपर उसने बेटे को भी ब्रह्मानंद शर्मा से दवा लेकर दी और अब बेटे की आंखों बिल्कुल ठीक है और चश्में की भी जरूरत नहीं है। वहीं जोधकां निवासी राजेंद्र गिरी ने बताया कि उसे एक से डेढ़ साल से माइग्रेन की दिक्कत थी। उसने काफी उपचार करवाया, लेकिन कोई राहत नहीं मिली। उसे भी किसी परिचित ने ब्रह्मानंद शर्मा के बारे में बताया, जिसपर उसने इनसे मिलकर दवा शुरू की। एक सप्ताह में उसकी माइग्रेन की समस्या खत्म हो गई और आज वो बिल्कुल ठीक है। नेजियाखेड़ा निवासी ममता ने बताया कि उसे काफी समय से लंग्स की दिक्कत थी। उसने भी कई स्थानों पर उपचार करवाया, लेकिन आराम नहीं मिला। जैसे ही ब्रह्मानंद शर्मा के बारे में पता चला तो समस्या बताकर दवा शुरू की और वह बिल्कुल ठीक है। यही नहीं उसकी बहन को भी खुजली की समस्या थी, वो भी इस दवा से बिल्कुल ठीक है।