मंत्री ने भीड के हमले से बचने के लिए घर के चारों ओर लगवाई कांटेदार बाड़
इंफाल, केंद्र ने मणिपुर में जातीय हिंसा को नियंत्रित करने के लिए 10,800 अतिरिक्त सैनिक भेजने का फैसला किया है। केंद्र सरकार मणिपुर में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सी.ए.पी.एफ.) की 90 और कंपनियां भेज रही है। इससे मणिपुर में तैनात कंपनियों की संख्या बढ़कर 288 हो जाएगी। राज्य सरकार के सुरक्षा सलाहकार कुलदीप संह ने यह जानकारी दी।
उधर मणिपुर के एक मंत्री ने भीड़ के हमले से बचने के लिए इंफाल पूर्वी जिले में स्थित अपने पैतृक घर के वारों ओर कांटेदार तार की बाड़ और नोहे का जाल तैयार करवाया है। साथ सुरक्षा बलों के लिए अस्थायी बंकर की भी व्यवस्था की है।
मणिपुर के उपभोक्ता मामले, बाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री एल. सुसिंद्रो मेइती के खुरई स्थित पैतृक घर पर 16 नवम्बर को भीड़ ने हमला कर दिया था। मंत्री ने बताया कि पिछले साल 3 मई को हुए हमले के बाद से तीसरी बार 16 नवम्बर को उनकी संपत्तियों पर हमला किया गया। उधर मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने कहा कि मंत्रियों और विधायकों की संपत्ति लूटने में शामिल संदिग्धों की पहचान कर ली गई है और इस संबंध में कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
जातीय हिंसा में अब तक 258 की मौत
मणिपुर में पिछले साल मई से अब तक जातीय हिंसा में 258 लोगों की जान जा चुकी है। राज्य सरकार के सुरक्षा सलाहकार कुलदीप ने बताया कि मंत्रियों और विधायकों की संपत्तियों में तोड़फोड़ एवं आगजनी के सिलसिले में 32 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि करीब 3,000 लूटे गाए हथियार बरामद किए गए हैं।