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फूल और सब्जियों की खेती में रोजगार की भी अपार संभावनाएं: प्रो. बी.आर. काम्बोज

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– मुख्य सचिव विवेक जोशी,आईएएस समापन पर प्रतिभागियों को करेगें पुरस्कृत
– शहरी खेती एक्सपो एवं पुष्प उत्सव- 2025 में शहरवासियों का भारी उत्साह
हिसार: 4 जनवरी
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज ने युवाओं, किसानों एवं आम नागरिकों से आहवान करते हुए कहा कि वे फल, फूल और सब्जियों की खेती करने के लिए आगे आएं। उपरोक्त फसलों की खेती में रोजगार की भी अपार संभावनाएं हैं। इन फसलों की जानकारी देने के लिए विश्वविद्यालय के गेट नंबर 4 के नजदीक स्थित एग्री टूरिज्म सेंटर के बोटेनिकल गार्डन में आयोजित तीन दिवसीय शहरी खेती एक्सपो एवं पुष्प उत्सव- 2025 आयोजित किया गया है। इस उत्सव में कृषि वैज्ञानिकों एवं विशेषज्ञों द्वारा किसानों को संबंधित फसलों की तकनीकी एवं अन्य सभी प्रकार की जानकारी प्रदान की जा रही हैं।
प्रो. बी.आर. काम्बोज ने बताया कि उपरोक्त फसलों की खेती करके युवा न केवल अपनी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ कर सकते हैं बल्कि वे दूसरों के लिए भी प्रेरणा स्रोत बन सकते हैं। उन्होंने बताया कि फूल, फल और सब्जियों की प्राकृतिक खेती वर्तमान समय की मांग है। इन फसलों की प्राकृतिक खेती करने से किसानों को बाजार भाव भी अधिक मिलता हैं। उन्होंने बताया कि फूल, फल और सब्जियों की खेती में रोजगार के साथ-साथ निर्यात की भी अपार संभावनाएं हैं। बिना खेत, बिना मिट्टी के ड्राइंग रूम में फूल, फल और सब्जियों की खेती करना संभव है। प्राकृतिक तरीके से काश्त करके उपरोक्त फसलों के माध्यम से अच्छी आमदनी प्राप्त की जा सकती है। उपरोक्त फसलों की काश्त करने वाले किसानों को उत्सव में प्रदर्शन करने के लिए जगह दी गई है ताकि वे युवाओं एवं किसानों को इसके बारे में प्रेरित कर सकें। शहरी खेती एक्सपो एवं पुष्प उत्सव- 2025 के प्रति छोटे बच्चों, विद्यार्थियों, महिलाओं एवं किसानों में भारी उत्साह है। शहरी कृषि वर्तमान समय की मांग है। आधुनिक युग में शहरीकरण बढऩे से कृषि क्षेत्र कम होते जा रहे हैं, जिससे प्राकृतिक संसाधनों के दोहन के साथ परिवहन में भी खर्चा बढ़ता जा रहा है, जिससे पर्यायवरण भी प्रदूषित होता जा रहा है।
मौलिक विज्ञान एवं मानविकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ राजेश गेरा ने बताया कि उत्सव में स्कूल व कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए भी विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। इन प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को उत्सव के समापन अवसर पर 5 जनवरी को हरियाणा सरकार के मुख्य सचिव विवेक जोशी, आईएएस पुरस्कृत करेंगे।
डॉ राजेश गेरा ने बताया कि विश्वविद्यालय के बोटेनिकल गार्डन में बनाईं गई नवग्रह वाटिका शहरी खेती एक्सपो एवं पुष्प उत्सव- 2025 में दर्शकों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। नवग्रह वाटिका में ग्रहों के अनुसार पौधे लगाए गए हैं। वाटिका में चंद्र (पलाश), मंगल (खैर), राहु (दूब घास), शनि (शमी), सूर्य (आक), शुक्र (गूलर), बृहस्पति (पीपल), बुध (अप्पामार्ग) तथा केतु (कुश घास) पौधे लगाए गए हैं। वाटिका के माध्यम से कौन से ग्रह के लिए कौन सा पौधा होता है इसकी भी जानकारी मिलती है। पौधों के धार्मिक महत्व को प्रत्यक्ष रूप से जानने के लिए नवग्रह वाटिका का विशेष महत्व है। वाटिका में पौधों को उचित दिशाओं में लगाया जाता है। वाटिका पवित्र स्थान पर स्थापित की जाती है। नवग्रहों की पूजा शुभ फल प्राप्त करनी जीवन में सुख शांति लाने और मनोकामनाओं की पूर्ति करने के लिए भी की जाती है। नवग्रह की पूजा से नकारात्मक ऊर्जा दूर हो और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
विभिन्न फसलों के बीजों को अंकुरित करने का मॉडल रहा आकर्षण का केन्द्र
शहरी खेती एक्सपो एवं पुष्प उत्सव- 2025 में विभिन्न फसलों के बीजों को अंकुरित करने के लिए विश्वविद्यालय द्वारा एक मॉडल प्रदर्शित किया गया है। इस मॉडल में बीजों को अंकुरित करने की समुचित व्यवस्था की गई है। मॉडल के माध्यम से घीया, मक्का, मेथी, पालक, धनिया, बाजरा, तथा जौ सहित विभिन्न फसलों के बीजों को कम समय में घर पर भी अंकुरित किया जा सकता है।

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