मुख्यमंत्री नायब सैनी को लिखे पत्र में सांसद कुमारी सैलजा ने कहा है कि उनके संसदीय क्षेत्र के रानियां विधानसभा हलका के कुछ गांवों के गणमान्य लोगों विशेषकर गांव संतनगर के ग्रामीणों ने अवगत कराया कि उन्हें पीने के शुद्ध पानी के लिए कई सालों से संघर्ष करना पड़ रहा है। इस हलका के अधिकतर गांव के लोग भूमिगत जल पर ही निर्भर है। इस क्षेत्र में बहने वाली घग्घर नदी का जल पूरी तरह से प्रदूषित हो चुका है जिसके प्रभाव से भूमिगत जल भी प्रदूषित और विषाक्त हो गया है। पहले कुछ गांवों में शुरू पानी की आपूर्ति भांखडा नहर से की जाती थी जिसे बाद में बंद कर दिया गया। अब हालात ये है कि प्रदूषित जल पीने से क्षेत्र में कैंसर रोगियों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ रही है। हालात ये है कि संतनगर में एक ही घर में तीन तीन कैंसर रोगी है। कुमारी सैलजा ने लिखा है कि कई साल पहले संतनगर को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए एक योजना मंजूर हुई थी जिसके लिए दलीप नगर में जल उपचार संयंत्र भी स्थापित किया गया था पर अभी तक कुछ नहीं हुआ। ऐसे में आपसे अनुरोध है कि रानियां हलका में भाखाडा नहर से शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की व्यवस्था कराई जाए, स्वास्थ्य विभाग की टीम भेजकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच करवाई जाए और जो भी कैंसर रोगी है उनके ईलाज की व्यवस्था सरकारी खर्च पर कराई जाए साथ ही हर गांव में पीने के पानी की संपूर्ण जांच करवाई जाए ताकि पता चल सके कि किन किन गांवों में भूमिगत जल पीने योग्य है या नहीं।
सिरसा को नहरी पानी देने में की जा रही है कटौती
सांसद कुमारी सैलजा का कहना है कि सिरसा जिला के साथ नहरी पानी आपूर्ति में भेदभाव किया जा रहा है, पहले से कम आपूर्ति की जा रही है। पहले माह में तीन सप्ताह नहरी पानी की आपूर्ति की जाती थी अब एक या दो सप्ताह की जा रही है, एक ओर जल जलघर की डिग्गियां खाली पड़ी रहती है तो दूसरी ओर फसलों की सिंचाई भी प्रभावित होती है। कुमारी सैलजा ने सीएम से अनुरोध किया है कि सिरसा को मिलने वाले नहरी पानी की आपूर्ति की अवधि को बढ़ाया जाए ताकि लोगों को पीने के लिए शुद्ध जल मिल सके और समय पर फसलों की सिंचाई भी हो सके।
फोटो कुमारी सैलजा