सिरसा। पूर्व सांसद डा. सुशील इंदौरा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा पेश किए बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा पेश किया गया बजट जनता की अपेक्षाओं की बजाय केवल और केवल आंकड़ों रप आधारित बजट है, जिसका प्रदेश की जनता को कोई लाभ नहीं होने वाला है। जारी बयान में डा. इंदौरा ने कहा कि सरकार ने कृषि, सिंचाई, शिक्षा, स्वास्थ्य, ऊर्जा, परिवहन, जनस्वास्थ्य, सहकारिता और गृह समेत तमाम आवश्यक सेवाओं वाले विभागों के बजट में कटौती की है। पूर्व सांसद ने कहा कि सरकार अपने चुनावी वायदों 2 लाख नौकरियों, किसानों को एमएसपी देने, महंगाई पर नकेल कसने जैसे तमाम मुद्दों पर चुप्पी साधे हुए है। बीजेपी आंकड़ों के साथ किस तरह कलाबाजी करती है, उसे इसके अनुमानित और संशोधित बजट के आंकड़ों से समझा जा सकता है। सरकार जानबूझकर अनुमानित बजट को बढ़ा-चढ़ाकर बताती है और बाद में संशोधित बजट को घटा दिया जाता है। एक्चुअल बजट को उससे भी कम कर दिया जाता है। उन्होंने कहा कि बजट के प्रस्तावों से स्पष्ट है कि पहले से ही 4.5 लाख करोड़ के कर्ज तले दबी जनता को सरकार और ज्यादा कर्ज में डुबोने जा रही है। बीजेपी ने प्रदेश पर लोन इतना बढ़ा दिया है कि सिर्फ लोन की किश्त भरने में ही सरकार को 30.26 प्रतिशत बजट खर्च करना पड़ रहा है। सरकार द्वारा लिए गए लोन के ब्याज का भुगतान करने के लिए ही सरकार को इस बार 26231 करोड़ रुपये खर्च करने पड़ेंगे। पिछले बजट में इसके लिए 25142 करोड़ प्रस्तावित थे, यानी अबकी बार 111 करोड़ रुपये अतिरिक्त ब्याज का भुगतान करना पड़ेगा। सरकार बनते ही 2100 रुपये प्रति माह महिलाओं को देने का वादा किया था, लेकिन बजट में सिर्फ प्रावधान ही किया है, जोकि महिलाओं के साथ सरासर धोखा है। डा. इंदौरा ने कहा कि प्रदेश सरकार का बजट जनता के लिए कोई राहत नहीं लेकर आया।