सिरसा। श्री गीता प्रचार समिति, सिरसा की ओर से 20 मार्च से 26 मार्च तक हिसार रोड स्थित पंजाब पैलेस में आयोजित किए जा रहे दुर्लभ सत्संग के 6वें दिन श्रद्धेय स्वामी विजयानंद गिरि महाराज ने श्रद्धालुओं को बताया कि सेवा के लिए ही मनुष्य जीवन मिला है। उन्होंने कहा कि किसी प्यासे को पानी पिलाना और भूखे को भोजना करवाने से बड़ी कोई सेवा नहीं है। स्वामी जी ने कहा कि मनुष्य जीवन का कल्याण केवल और केवल भगवान की भक्ति से हो सकता है। मनुष्य को अपनी शक्ति का उपयोग सिर्फ और सिर्फ सेवा के लिए ही करना चाहिए। भगवान से मिलने के लिए ही मनुष्य शरीर मिला है। उन्होंने कहा कि मनुष्य को अपने जीवन का कुछ हिस्सा भगवान की भक्ति में अवश्य लगाना चाहिए। मनुष्य चाहे कितनी भी तरक्की कर ले और बड़ा आदमी बन जाए, लेकिन वह अंत में काल में ही समा जाएगा। उसके साथ एक कौड़ी भी नहीं जाएगी, भगवान का भजन ही उसे भव सागर से पार लगाएगा। इसके बाद आरती की गई। आरती के बाद सभी श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया गया। श्री गीता प्रचार समिति, सिरसा के प्रधान वेद भारती व कृष्ण गुंबर ने संयुक्त रूप से बताया कि 20 मार्च से 26 मार्च तक कथा का आयोजन हो रहा है। उन्होंने बताया कि सांय 3.30 बजे से 4.30 बजे तक भजन संकीर्तन, जबकि 4.30 बजे से सांय 6.30 बजे तक दिव्य दुर्लभ सत्संग कर श्रद्धेय स्वामी विजयानंद गिरि महाराज श्रद्धालुओं को निहाल कर रहे हैं। उन्होंने सभी धर्म प्रेमी सज्जनों से आह्वान किया कि वे कथा श्रवण कर अपने जीवन को धन्य बनाएं। इस मौके पर राजेंद्र शर्मा, कृष्ण गुंबर, किशन गुप्ता, हरीओम भारद्धाज, सुनील बतरा, अजय गौतम, सतीश शर्मा, नेतराम शर्मा, पंकज शर्मा, सुरेंद्र फडिय़ा, एडवोकेट प्रदीप मेहता, रोशन लाल वशिष्ठ, नरेंद्र कौशिक, विनोद पाठक, समाजसेवी सुरेश शर्मा, कीर्ति गर्ग, सुभाष शर्मा, बिशंबर शर्मा सहित अन्य श्रद्धालु उपस्थित थे।