सिरसा। मुल्तानी कॉलोनी समिति सिरसा द्वारा निजी रेस्तरां में कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें वार्ड नं 18 नवनिर्वाचित नगर पार्षद राजेन्द्र सरदाना को बतौर मुख्यातिथि आमंत्रित किया गया। समिति की कार्यवाही से पूर्व उपस्थित सदस्यों ने भगवान शिव मंदिर मुलतानी कालोनी, सिरसा के संस्थापक स्वर्गीय मास्टर जय दयाल मैहता के निमित्त 2 मिनट का मौन रखकर उनको श्रद्धासुमन अर्पित किए। राजेश मैहता ने कहा कि हमारे मार्गदर्शक, समाज धरोहर, प्रेरणास्रोत, मदुरभाषी, अनुशासनशील, परिवारों को एक सूत्र में पिरोने वाले मास्टर जी न केवल भगवान शिव मंदिर मुलतानी कालोनी, जय पंजाबी समिति सिरसा बल्कि पूरे समाज के दु:ख.सुख में नियत समय से पूर्व पहुंचते थे। जब तक स्वस्थ रहे समिति के पंजीकरण कार्यक्रम के दूसरे व चौथे रविवार समिति के सभी रक्तदान शिविरों में शामिल हुए, बल्कि कोरोना के दौरान परिवारों के अक्समात दुख के समय भी शामिल हुए। उनके निधन से न केवल परिवार, बल्कि पूरे समाज की क्षति हुई है। इस अवसर पर धर्मपाल मैहता ने कहा कि मास्टर जी हमारे भीष्म पितामह, मार्गदर्शक थे। बचपन से ही उनका आशीर्वाद मिला। कई बार अपने शरीर को ठंड में भी कष्ट देकर दूसरों की सेवा कर के अपना कर्तव्य मानते थे, वह गोलोक गए हैं, हमेशा हम सब पर आशीर्वाद रहेगा, ऐसा विश्वास है। भोलेनाथ उन को अपने चरणों मे स्थान दें। पूर्व सरपंच पवन रहेजा ने कहा कि वे युवा पीढ़ी को हमेशा माता-पिता की सेवा करने के प्रेरित करते रहे। वे कहते थे कि माता-पिता की सेवा करना हमारा फर्ज है, न कि अहसान। वे कहते थे कि जैसे तिजारत में माया बड़ी चीज है व ईमारत में पाया (माता पिता) बड़ी चीज है और इमारत में पाया बड़ी चीज है। वे सदैव कहा करते थे कि आए थे हम सैर करने, शायर गुलशन कर चले, संभल माली यह बाग तेरा हम अपने घर चले। भगवान शिव मंदिर के पंडित केदार नाथ ने भजन के माध्यम से मास्टर जी को श्रद्धांसुमन अर्पित किये। नगरपार्षद राजेन्द्र सरदाना ने भावुक होते हुए कहा कि मेरे चुनाव के समय मास्टर जी का आशीर्वाद रहा, बल्कि हमारी जीत के उपरांत मुझे सबसे पहले आशीर्वाद दिया। उनके निधन से हुई क्षति को पूरा नहीं किया जा सकता। राजेश मेहता ने उपस्थित वार्ड वासियों का सफल आयोजन में सहयोग के लिए धन्यवाद किया।