सिरसा। राजकीय मॉडल संस्कृति प्राथमिक विद्यालय चतरगढ़ पट्टी में फरिश्तों की उड़ान कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में जहां बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की मनभावन प्रस्तुतियां दी, वहीं स्कूल की अध्यापिका विनय कुमारी ने अपनी मधुर आवाज से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। स्कूल के मुख्य शिक्षक बंसीलाल झोरड़ ने बताया कि अध्यापकों की मेहनत, लगन व सच्चे समर्पण से स्कूल दिन-प्रतिदिन नई बुलंदियों को छू रहा है। बात केवल शिक्षा की नहीं, बात प्रतिभा की भी है। हर अध्यापक, बच्चों की विशेष प्रतिभा को परख कर उसे तराश कर बेशकीमती हीरा भी बना रहे हैं। चाहे वह खेल हो, कला हो, नृत्य हो, चाहे गायन कला की बात हो। विद्यालय की अध्यापिका विनय कुमारी, जिनकी आवाज बहुत ही सुरीली है, प्रार्थना सभा हो, कोई भी कार्यक्रम हो या कोई विशेष मेहमान विद्यालय में आए हों, यह अध्यापिका अपनी सुरीली आवाज से भजन, रागिनी, भक्तिगीत या देश भक्ति गीत से चार चांद लगा देती हैं। बात उनकी खुद की नहींए उनकी पारखी नजर ने बच्चों में छिपी इस प्रतिभा को भी उभारा है। विद्यालय का एक बच्चा विष्णु जो पांचवीं कक्षा का छात्र है। यह बच्चा बहुत ही पिछड़े परिवार का है। अध्यापिका की मेहनत ने इस बच्चे की गायन शैली को इस कद्र निखारा की वार्षिकोत्सव कार्यकम में मंच से ऐसी रागिनी गाई कि सभी मेहमानों को खड़े होकर तालियां बजाने पर मजबूर होना पड़ा। रागिनी के बोल थे, मैं अपने हरियाणे न इस्या देखणा चाहूं रे…। इस मौके पर सुमन कम्बोज, सोनिया कटारिया, सुमन कुमारी, विनीता कुमारी, कोमल रानी, प्रीति बाला, उर्मिला, नीति, सुमन लाम्बा, सुदेश, संतोष, सुनीता देवी, उषा, कविता, सुनीता रानी, रामनिवास, राजेश कम्बोज, मोतीलाल, रणवीर, सुरेश, भोमपाल एवं अन्य स्टाफ सदस्य व स्कूली विद्यार्थी उपस्थित थे।