करियर गाइडंैस ने करवाया सेमीनार, अभिभावकों व बच्चों की जिज्ञासाओं को किया शांत
सिरसा। कैरियर गाइडंैस काऊंसलिंग सर्विस द्वारा मुख्य डाकघर के सामने स्थित अपने कार्यालय (यूनिक सेल्ज कार्पोरेशन की पहली मंजिल पर) एक सेमीनार आयोजित किया गया। संस्था के संचालक नरेश गोयल व सरोज गोयल ने संयुक्त रूप से बताया कि सर्वप्रथम सेमीनार में भारत के प्रसिद्ध काऊंसलर (गेट माई यूनिवर्सिटी) से अनुज गोयल एवं रोहिन सिंह सेमीनार में आने वाले सभी बच्चों का आगामी कॉलेजों में दाखिला लेने हेतु मार्गदर्शन किया और उनके सवालों का जवाब देकर उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया।
अनुज गोयल ने बताया कि दसवीं के बाद बच्चे इस बात को लेकर असमंजस में रहते हंै कि वो किस क्षेत्र में जाएं, ताकि उनका भविष्य स्वर्णिम हो सके। बच्चों की इसी असमंजस को दूर करने के लिए ये सेमीनार आयोजित किया गया, ताकि बच्चों की दाखिला संबंधी समस्या को दूर किया जा सके। उन्होंने बताया कि वे पूरे भारत के मेडिकल कॉलेजों का भ्रमण करते हंै और बच्चों की समस्याओं का निवारण करते हैं। अभिभावकों को भी चाहिए कि वे अपने बच्चों पर जबरन कोई चीज न थोपें, वे बच्चे की रूचि के अनुसार ही उसके फिल्ड का चयन करें, ताकि उसे आगे जाकर परेशानी का सामना न करना पड़े। इस मौके पर आरके रंजन गणित विशेषज्ञ ने बताया कि बच्चे अक्सर गणित को हौवा समझते हंै, जिसके कारण गणित उन्हें मुश्किल लगता है, लेकिन ऐसा कुछ नहीं है। गणित हर क्षेत्र में इस्तेमाल होने वाला विषय है। इसलिए अगर बेहतर तरीके से मन से इसे अपनाया जाए, तो इससे आसान कोई विषय नहीं है। मृत्युजंय मिश्रा भौतिक विज्ञान विशेषज्ञ ने बताया कि शिक्षा का कोई भी क्षेत्र मुश्किल नहीं है। बच्चों को अपनी रूचि के अनुसार ही अपने करियर क्षेत्र का चयन करना चाहिए, ताकि वे आगे जाकर बेहतर तरीके से अपने भविष्य को सुरक्षित कर सकें। उन्होंने कहा कि अभिभावक अपने बच्चों में स्किल डवेलपमेंट की जिज्ञासा जगाएं, ताकि बच्चे नौकरी की बजाय अपना खुद का भी बिजनैस कर अपने आप को सुरक्षित भविष्य की कतार में खड़ा पा सकें। मिश्रा ने कहा कि मोबाइल में ज्ञान का भंडार है, लेकिन युवा इसका दुरपयोग अधिक करते हंै। वे अगर मोबाइल की बजाय पुस्तकों को अधिक पढ़ेंगे तो उनका ज्ञान कई गुणा अधिक बढ़ेगा। इस मौके पर संस्था की संचालक सरोज गोयल ने बताया कि उनका लंबा टीचिंग अनुभव है और उन्होंने देखा है कि बहुत से बच्चे पढ़ाई में होशियार होने के बाद भी सही करियर का चुनाव नहीं कर पाते और पीछे रह जाते हंै। वे साइकोलॉजी व एस्ट्रोलॉजी दोनों साइड से बच्चों को करियर संबंधी काऊंसलिंग करवाते हंै, ताकि बच्चे अपना सही क्षेत्र का चयन कर सके और अपना भविष्य सुरक्षित कर सके। समय-समय पर करियर गाइडैंस संस्था में सेमीनार करवाए जाते हंै, ताकि युवाओं को सही मार्गदर्शन मिल सके। इस मौके पर अभिभावक दीप्ति अग्रवाल ने बताया कि हमें अपने बेटे के लिए गाइडंैस की जरूरत थी। उन्होंने उक्त संस्था का चयन किया। संस्था की ओर से बेहतर तरीके से उनके बेटे को गाइडंैस दी गई, जिसका परिणाम ये हुआ कि उनके बेटे ने यहां से कोचिंग लेकर 99 प्रतिशत अंक प्राप्त कर अभिभावकों का नाम रोशन किया। इस मौके पर संस्था के संचालक नरेश गोयल ने बताया कि संस्था की ओर से बच्चों को विदेशों में भी स्टडी वीजा के आधार पर भेजा जाता है। उन्होंने बताया कि ऐसे तो बहुत से संस्थान बने हुए हंै, लेकिन संस्था द्वारा सही व उचित तरीके से ही युवाओं को बाहर भेजा जाता है, ताकि उन्हें कोई परेशानी न आए। सेमीनार के अंत में आए हुए अतिथियों को संस्था के संचालक नरेश गोयल व सरोज गोयल ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस मौके पर शिवम बंसल पुत्र कीर्ति बंसल 99.48 प्रतिशत अंक व मानवी गुप्ता पुत्री दीपक गुप्ता को 99.2 प्रतिशत अंक प्राप्त करने पर सम्मानित किया गया।