Home » देश » मजदूर देश की रीड की हड्डी है आओ इसका सम्मान करें और उसके कार्य को प्रोत्साहन दें

मजदूर देश की रीड की हड्डी है आओ इसका सम्मान करें और उसके कार्य को प्रोत्साहन दें

Facebook
Twitter
WhatsApp
24 Views
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सिरसा के तत्वावधान में गांव बप्पा में “अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस” (Labour Day) के अवसर पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में गांव बप्पा में कार्यरत विभिन्न प्रकार के श्रमिकों को आमंत्रित कर उनके अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता पैरा लीगल वॉलंटियर नरेश कुमार ग्रोवर ने मजदूरों को संबोधित करते हुए कहा कि “मजदूर किसी भी देश की प्रगति की रीढ़ की हड्डी होते हैं। बिना मजदूरों के योगदान के कोई भी देश विकास के पथ पर आगे नहीं बढ़ सकता।” उन्होंने मजदूरों को अपने अधिकारों के प्रति सजग रहने के लिए प्रेरित करते हुए बताया कि मजदूर दिवस पर ही विश्वभर में 8 घंटे कार्य दिवस की व्यवस्था लागू की गई थी। यदि कोई व्यक्ति आपसे 8 घंटे से अधिक कार्य करवा रहा है तो उसके लिए ओवर टाइम लेना आपका अधिकार है।
नरेश कुमार ग्रोवर ने मजदूरों से आग्रह किया कि वे किसी भी ऐसे कार्य से बचें जो उनके जीवन और स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा कर सकता है। उन्होंने कहा कि एक जागरूक मजदूर ही अपने आत्मसम्मान को सुरक्षित रख सकता है और समाज में अपनी गरिमा बनाए रख सकता है।
उन्होंने अपने भाषण में मजदूरों के ऐतिहासिक संघर्षों का भी उल्लेख किया और बताया कि 1 मई 1886 को अमेरिका के शिकागो शहर में मजदूरों ने अपने अधिकारों के लिए ऐतिहासिक आंदोलन किया था, जिसके परिणामस्वरूप 8 घंटे के कार्य दिवस की मांग को मान्यता मिली। तभी से प्रत्येक वर्ष 1 मई को मजदूरों के सम्मान में “अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस” मनाया जाता है।
कार्यक्रम के अंत में नरेश कुमार ग्रोवर ने सभी मजदूरों को शपथ दिलाई कि वे अपने अधिकारों के प्रति सजग रहेंगे, अपने कार्यस्थलों पर सुरक्षित माहौल की मांग करेंगे, और अपने आत्मसम्मान को सदैव ऊंचा बनाए रखेंगे। उन्होंने यह भी प्रेरणा दी कि हर मजदूर को समाज में अपना हक और सम्मान पाने के लिए निरंतर प्रयासरत रहना चाहिए। इसके पश्चात विद्यालय में भी बच्चों को मजदूर दिवस के बारे में आवश्यक जानकारी दी और उन्हें बताया कि हमें मनुष्य होने के नाते मजदूरों का सम्मान करना है आपके माता पिता भी मजदूर हैं और मजबूर होने के नाते हमें हमेशा उनके कार्य का सम्मान करना है कार्य कभी छोटा बड़ा नहीं होता हमारी सोच छोटी-बड़ी होती है आओ मिलकर इस अवसर पर हम मजदूर का सम्मान करें और जिन मजदूरों ने इस दिवस पर अपनी शहादत दिए उनको हम याद करें
कार्यक्रम में उपस्थित सभी मजदूरों ने इस अवसर पर पूर्ण उत्साह और श्रद्धा के साथ भाग लिया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

टॉप स्टोरी

पंचांग

Gold & Silver Price

Popular Metal Prices