सिरसा। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सा अधिकारी डा. आशीष कम्बोज की अध्यक्षता में राष्ट्रीय डेंगू दिवस मनाया गया। उन्होंने बताया कि पी एच सी दड़बी के अन्तर्गत आने वाले सभी गांवोंं में पाच टीमें बनाकर घर-घर व स्कूलों में जाकर मच्छरजनित बिमारियों के बारे स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी बिमारी के फैलने के कारण, लक्ष्ण, बचाव व रोकथाम एवं इलाज के लिए लोगों को जागरूक कर रहे हैं। उन्होंने पंचायत व सामाजिक संगठनों को अपने-अपने ऐरिया में लोगों को जागरूक करने की अपील की और कहा कि आमजन के सहयोग से ही इन बिमारियों की रोकथाम हो सकती है। स्वास्थ्य कार्यकर्ता राजेश सिंधु ने बताया कि डेंगू बुखार ऐडिज मच्छर के काटने के बाद होता है, ज्यादातर ये मच्छर दिन में काटता है। इसमें जोड़ों में दर्द, सिर, आंखों व मांसपेशियों में दर्द, उल्टी, जी मिचलाना आदि लक्ष्ण होते हैं। बुखार होने पर अपने नजदीक स्वास्थ्य केन्द्र से सम्पर्क करें। सतीश कुमार व सोनू फुटेला ने बताया कि मच्छर साफ व ठहरे हुए पानी में अंडा देता है। सप्ताह में एक दिन रविवार को कुलर, टंकी, फ्रिज के पीछे ट्रे, पक्षियों के गमले, फूलदान को साफ करें, टूटा-फूटा समान, नारियल की खोल, टायर, मटके आदि में पानी जमा ना होने दें। घरों की छतों पर व आस पास खाली प्लाटों में भी जरूर देखें, कहीं पानी खड़ा तो नहीं है, खड़े पानी को मिट्टी से भरवा दें, ताकि मच्छर अंडा ही ना दे पाए। अगर कहीं लारवा हो जाए तो उस टंकी-बरतन को रगडक़र साफ करें और धूप में सुखाएं, ठहरे हुए पानी में काला तेल डालें, मच्छरदानी, पूरी बाजू के कपड़े पहनें, जाली के दरवाजे लगवाएं। इस मौके पर डा प्रियंका ने बताया कि नीम, गिलोय, तुलसी को अपनी खाने की आदतों में जरूर शामिल करें। इस मौके पर एएलएचवी सरिता गोयल, फार्मासिस्ट राजकुमार सिहाग, लैब टैक्निशियन सरोज, अरूण आई ए, नर्सिंग ऑफिसर रेखा रानी, गीति रानी, राम रखी, रेशमा रानी, सोहन लाल व राजबीर सिंह मौजूद रहे।