संत आनन्द ब्रह्मचारी ने बेटी का समय पर विवाह करने का किया आह्वान
सिरसा। ब्रह्मलीन संत स्वामी राम सुख दास महाराज की प्रेरणा एवं आशीर्वाद से बनी गर्भस्थ शिशु संरक्षण समिति भारत का दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन उत्तर प्रदेश की देवभूमि वृंदावन धाम में आयोजित हुआ। सिरसा से सतीश शर्मा ने बताया कि संतों के सान्निध्य एवं संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामकिशोर तिवारी की अध्यक्षता में आयोजित दो दिवसीय सम्मेलन में देश के विभिन्न राज्यों से संस्था के अध्यक्ष मंत्री सहित संस्था के 225 साधकों ने भाग लिया, जिसमें मातृशक्ति की भी बड़ी संख्या में उपस्थिति रही। समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामकिशोर तिवारी ने समिति के बीते 29 वर्षों के कार्य कलापों पर विस्तार से प्रकाश डाला और उपस्थित साधकों से आगामी सत्र में संस्था के कार्यों हेतु सुझाव मांगे, अनेक साधकों ने अपने-अपने सुझाव भी दिए। सम्मेलन में राष्ट्रीय अध्यक्ष रामकिशोर तिवारी ने राष्ट्रीय पदाधिकारी राज्यों के पदाधिकारी एवं आमसभा में अपने स्वास्थ्य को लेकर त्यागपत्र देने की पेशकश की, जिसे सदन ने अस्वीकार कर दिया और पद पर रहने का आग्रह किया। साधकों द्वारा नहीं मानने से तिवारी की धर्म पत्नी एवं संस्था की साधक ममता तिवारी ने भी खड़े होकर उनके गिरते हुए स्वास्थ्य को लेकर उन्हें जिम्मेदारियों से मुक्त करने का निवेदन किया, जिस पर विचार-विमर्श कर तिवारी के सहयोग के लिए राष्ट्रीय महामंत्री श्याम सुंदर मंत्री को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया और सरिता सरावगी रायपुर को राष्ट्रीय महामंत्री बनाया गया। साथ ही नंदलाल तायल को भी पदोन्नति करते हुए उन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई। वृंदावन में श्री राम सेवा आश्रम में चले दो दिवसीय सम्मेलन में राष्ट्रीय अध्यक्ष रामकिशोर तिवारी राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष श्याम सुंदर मंत्री, राष्ट्रीय महासचिव सरिता सरावगी रायपुर, हरियाणा पंजाब के प्रभारी पवनकुमार होलानी, संभाजी नगर महाराष्ट्र के अध्यक्ष कृष्णकान्त लढ़ा, प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल शर्मा अलवर, राजस्थान प्रदेश महामंत्री लीलाधर पटवा, प्रदेश उपाध्यक्ष इंदरचंद मोदी नोखा, प्रदेश उपाध्यक्ष करणीदान मंत्री सुजानगढ़, कुचामन इकाई के अध्यक्ष श्याम सुन्दर सैनी, चोरूमल अग्रवाल सरदारशहर, नंदलाल तायल हनुमानगढ़, महेश जोशी सहित अनेक साधकों ने अपने-अपने विचार व्यक्त करते हुए हिंदुओं की गिरती जनसंख्या पर दुख जताया कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय महामंत्री सरिता सरावगी ने किया। समापन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप संस्था के संरक्षक संत आनन्द ब्रह्मचारी ने मार्गदर्शन दिया और भ्रूण हत्या रोकथाम के लिये मार्मिक अपील के साथ ही सही उम्र पर विवाह को आवश्यक बताया और हिन्दूओं की घटती आबादी पर असंतोष जताते हुए कहा कि हमारे भाई-बहन खाने-पीने मौज मनाने में लगे हुए हैं, उन्हें न धर्म की चिंता है, न परिवार की सोच है, न देश के लिए चिन्तन है और न ही सन्तति की चिन्ता है। इस देश का क्या होने वाला है, इसका मार्मिक दर्शन कराया। अध्यक्ष रामकिशोर तिवारी, कार्यकारी अध्यक्ष श्याम सुंदर मंत्री, राष्ट्रीय महामंत्री सरिता सरावगी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नन्दलाल तायल, राजस्थान प्रान्त के अध्यक्ष बाबूलाल शर्मा, उपाध्यक्ष करणीदान मंत्री ने भी अपने विचार व्यक्त किये।