चेतावनी, जल्द नहीं किया समस्या का समाधान तो व्यापार मंडल के साथ बनाई जाएगी रणनीति
सिरसा। सरकार की व्यापारी विरोधी नीतियों के विरोध में पैकेजिंग एंड डिस्पोजल एसोसिएशन, सिरसा से संबंधित सभी दुकानें 15, 16, 17 सितंबर 2025 को तीन दिनों तक पूर्णतया बंद रहेंगी। इस बारे में शनिवार को बैठक हुई, जिसमें हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष हीरालाल शर्मा, शहरी प्रधान कीर्ति गर्ग सहित एसोसिएशन से जुड़े दुकानदार उपस्थित थे। इस बात की जानकारी डिस्पोजल एसोसिएशन के प्रधान सुमित गुप्ता ने बताया कि सरकार की गलत नीतियों के कारण छोटे व्यापारियों को तंग किया जा रहा है। पैकेजिंग व डिस्पोजल आईटम्स का हवाला देकर 25 से 50 हजार रुपए तक का जुर्माना लगाया जा रहा है और दुकानों पर पड़ा सामान नगर परिषद सिरसा व प्रदूषण विभाग के अधिकारियों द्वारा जबरदस्ती उठाया जा रहा है। हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष ने कहा कि यह कार्रवाई छोटे दुकानदारों पर ना करके, जहां फैक्ट्रियों में उत्पादन किया जा रहा है, उस पर रोक लगाई जाए। शर्मा ने कहा कि जो अधिकारी व्यापारियों को नाजायज तंग कर रहे हंै, वो स्वयं भी भ्रष्टाचार के आरोपों में संलिप्त है। नगर परिषद आज भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है। उन्होंने कहा कि व्यापारियों द्वारा उपरोक्त डिस्पोजल व अन्य सामान सरकार को 18 प्रतिशत जीएसटी भरकर लाया जा रहा है, यहां तक तो ठीक है, लेकिन दुकान पर आने के बाद उसी सामान को वर्जित करार दिया जाता है। बैठक में शहरी प्रधान कीर्ति गर्ग ने कहा कि सरकार अपने सरकारी कार्यक्रमों में डिस्पोजल का धड़ल्ले से इस्तेमाल कर रही है, लेकिन आम जनता पर कुठाराघात किया जा रहा है। कारपोरेट हाऊस को सिंगल यूज प्लास्टिक को प्रयोग करनेकी अनुमति है, जैसे वीटा, कुरकरे, लेज, सरस, वेरका, रिलायंस के उत्पाद जैसे अनेक निजी व सरकारी संस्थाओं पर प्लास्टिक व डिस्पोजल यूज करने पर कोई प्रतिबंध नहीं है। डिस्पोजल एसोसिएशन के प्रधान सुमित गुप्ता ने कहा कि एसोसिएशन से जुड़े व्यापारी तीन दिनों तक अपने प्रतिष्ठान बंद रखेंगे। अगर इसके बाद भी सरकार ने हमारी समस्या का हल नहीं किया तो व्यापार मंडल से मिलकर आगामी कार्रवाई की जाएगी। इस मौके पर नरेश फुटेला, मोनू फडिय़ा, सतपाल फुटेला, सुभाष फडिय़ा, उमंग मेहता, पवन अरोड़ा, बलदेव वधवा, समीर वधवा, सुरेश जोसन, कर्ण मेहता, राहुल खट्टर, सौरव अरोड़ा, ओमप्रकाश गोस्वामी, अविनाश कंबोज, आशु गुंबर सहित अन्य व्यापारी उपस्थित थे।