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सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं अंत्योदय विभाग (सेवा) द्वारा अनुसूचित जाति वर्ग के उत्थान के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वाली ग्राम पंचायतों को प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी।
जिला कल्याण अधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि ऐसी सभी ग्राम पंचायतें जिनमें अनुसूचित जाति की आबादी 40 प्रतिशत से अधिक, पिछले दो वर्षों में अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत कोई मुकदमा दर्ज न हुआ हो, अनुसूचित जाति के कल्याणार्थ किये गये कार्यों में साक्षरता दर, शौचालयों की उपलब्धता, बैंक खातों का संचालन, पानी की निकासी का उचित प्रबंध, स्वच्छ पेयजल व रसोईघर की उपलब्धता, महिला साक्षरता दर इत्यादि जैसे कार्य शामिल है। ऐसी सभी पंचायतें अपना आवेदन खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी के माध्यम से जिला कल्याण अधिकारी, सिरसा, कमरा नंबर सात, भूतल, एसपी ऑफिस भवन, लघु सचिवालय, सिरसा के कार्यालय में भेज सकती हैं। अधिक जानकारी के लिए कार्यालय के दूरभाष नंबर 01666-248891 पर संपर्क किया जा सकता है।
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जिला कल्याण अधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि ऐसी सभी ग्राम पंचायतें जिनमें अनुसूचित जाति की आबादी 40 प्रतिशत से अधिक, पिछले दो वर्षों में अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत कोई मुकदमा दर्ज न हुआ हो, अनुसूचित जाति के कल्याणार्थ किये गये कार्यों में साक्षरता दर, शौचालयों की उपलब्धता, बैंक खातों का संचालन, पानी की निकासी का उचित प्रबंध, स्वच्छ पेयजल व रसोईघर की उपलब्धता, महिला साक्षरता दर इत्यादि जैसे कार्य शामिल है। ऐसी सभी पंचायतें अपना आवेदन खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी के माध्यम से जिला कल्याण अधिकारी, सिरसा, कमरा नंबर सात, भूतल, एसपी ऑफिस भवन, लघु सचिवालय, सिरसा के कार्यालय में भेज सकती हैं। अधिक जानकारी के लिए कार्यालय के दूरभाष नंबर 01666-248891 पर संपर्क किया जा सकता है।
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मोटे अनाज व पोषक तत्वों को दैनिक आहार का बनाएं हिस्सा: सीईओ डा. सुभाष चंद्र
– ‘स्वस्थ नारी-सशक्त नारी’ अभियान के तहत 8वां राष्ट्रीय पोषण माह शुरू
सिरसा, 17 सितंबर।
महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से ‘स्वस्थ नारी सशक्त नारी’ मुहिम के तहत बुधवार को स्थानीय पंचायत भवन में 8वें राष्ट्रीय पोषण माह की शुरुआत की गई। कार्यक्रम में जिला परिषद के सीईओ डा. सुभाष चंद्र ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की।
जिला परिषद के सीईओ डा. सुभाष चंद्र ने कहा कि महिला सशक्तिकरण के लिए विभाग द्वारा अनेकों गतिविधियां आयोजित की जा रही है, जोकि सराहनीय है। उन्होंने गर्भवती महिलाओं से पोषक तत्वों के माध्यम से अपना ध्यान रखने का आग्रह किया और उन्हें मोटे अनाज व पोषक तत्वों के गुणों के बारे में बच्चों को बताने व दैनिक आहार में शामिल करने के लिए जागरूक किया।
उप निदेशक एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी डा. दर्शना सिंह ने बताया कि सितंबर माह को पोषण माह के रूप में मनाया जाता है। इस प्रकार के कार्यक्रम और प्रतियोगिताओं के माध्यम से आम जनता को पोषण के प्रति जागरूक कर उन्हें स्वस्थ और सशक्त बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम पूरे महीने खंड और ग्राम स्तर पर आयोजित किए जाएंगे। कार्यक्रम के दौरान ‘एक पेड़ मां के नाम’ के तहत पौधारोपण भी किया गया।
कार्यक्रम में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिसमें गर्भवती महिलाओं की गोद भराई और एक रेसिपी प्रतियोगिता शामिल थी। इस अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों में इनाया स्वामी, वाणी, स्नेहा और नेहा ने भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान पोषण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने पोषण परी का रूप धारण कर फलों और सब्जियों के गहने पहनकर एक फैशन शो प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम में मंजू ने वन स्टॉप सेंटर द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी दी। संरक्षण अधिकारी अंजना डूडी ने स्पॉन्सरशिप स्कीम, एडॉप्शन और अन्य बाल संरक्षण मुद्दों की जानकारी दी। सुपरवाइजर श्वेता ने पोषण अभियान के तहत विस्तृत जानकारी दी, जबकि सुपरवाइजर सुपेंद्र ने पोषण अभियान पर एक कविता प्रस्तुत की।
– ‘स्वस्थ नारी-सशक्त नारी’ अभियान के तहत 8वां राष्ट्रीय पोषण माह शुरू
सिरसा, 17 सितंबर।
महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से ‘स्वस्थ नारी सशक्त नारी’ मुहिम के तहत बुधवार को स्थानीय पंचायत भवन में 8वें राष्ट्रीय पोषण माह की शुरुआत की गई। कार्यक्रम में जिला परिषद के सीईओ डा. सुभाष चंद्र ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की।
जिला परिषद के सीईओ डा. सुभाष चंद्र ने कहा कि महिला सशक्तिकरण के लिए विभाग द्वारा अनेकों गतिविधियां आयोजित की जा रही है, जोकि सराहनीय है। उन्होंने गर्भवती महिलाओं से पोषक तत्वों के माध्यम से अपना ध्यान रखने का आग्रह किया और उन्हें मोटे अनाज व पोषक तत्वों के गुणों के बारे में बच्चों को बताने व दैनिक आहार में शामिल करने के लिए जागरूक किया।
उप निदेशक एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी डा. दर्शना सिंह ने बताया कि सितंबर माह को पोषण माह के रूप में मनाया जाता है। इस प्रकार के कार्यक्रम और प्रतियोगिताओं के माध्यम से आम जनता को पोषण के प्रति जागरूक कर उन्हें स्वस्थ और सशक्त बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम पूरे महीने खंड और ग्राम स्तर पर आयोजित किए जाएंगे। कार्यक्रम के दौरान ‘एक पेड़ मां के नाम’ के तहत पौधारोपण भी किया गया।
कार्यक्रम में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिसमें गर्भवती महिलाओं की गोद भराई और एक रेसिपी प्रतियोगिता शामिल थी। इस अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों में इनाया स्वामी, वाणी, स्नेहा और नेहा ने भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान पोषण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने पोषण परी का रूप धारण कर फलों और सब्जियों के गहने पहनकर एक फैशन शो प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम में मंजू ने वन स्टॉप सेंटर द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी दी। संरक्षण अधिकारी अंजना डूडी ने स्पॉन्सरशिप स्कीम, एडॉप्शन और अन्य बाल संरक्षण मुद्दों की जानकारी दी। सुपरवाइजर श्वेता ने पोषण अभियान के तहत विस्तृत जानकारी दी, जबकि सुपरवाइजर सुपेंद्र ने पोषण अभियान पर एक कविता प्रस्तुत की।
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