कहा, एक साल में जनता की उम्मीदरों पर खरा नहीं उतर पाई सरकार
सिरसा। पूर्व सांसद डा. सुशील इंदौरा ने भाजपा की तीसरी पारी के एक साल पूरा होने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सरकार ने एक साल में ऐसा कोई काम या उपलब्धि नहीं प्राप्त की, जोकि सरकार के लिए जनता के समक्ष रखने योग्य हो। जारी बयान में पूर्व सांसद ने कहा कि चाहे कानून व्यवस्था की बात हो,
सामाजिक समरसता की बात हो, हर क्षेत्र में सरकार फेल साबित हुई है। सरकार के एक साल के कार्यकाल को जनता बताएगी कि कितने नंबर दिए जाएं, लेकिन जहां तक विकास व व्यवस्था की बात हो तो सरकार को जीरो नंबर ही दिए जाएंगे। डा. इंदौरा ने कहा कि यहां तक की सरकार ने आर्थिक विकास, सामाजिक व राजनीतिक विकास में भी कोई ठोस कदम नहीं उठाए, जिसका खामियाजा जनता भुगत रही है। उन्होंने कहा कि पिछले 11 सालों में चाहे केंद्र की सरकार हो या प्रदेश की सरकार हो, भाजपा ने धर्म व पाकिस्तान को ढाल बना रखा है। धर्म व पाकिस्तान को डाल बनाकर ये लोग अपनी राजनीति को आगे बढ़ाने का काम करते हैं। उन्होंने कहा कि भारत एक लोकतांत्रिक व धर्मनिरपेक्ष देश है। संवधिान कहता है कि धर्म की रक्षा कानून के तहत होनी चाहिए। न्याय की सबसे बड़ी कुर्सी पर बैठे व्यक्ति पर धर्म के नाम पर जूता फेंका जाता है, इससे बड़ी विफलता किसी देश के लिए और क्या हो सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश विदेश में मंच पर बड़ी-बड़ी बातें कहते हैं, आयोजन करते हैं, जैसे सर्वप्रथम जीएसटी को लेकर बड़े आयोजन किए, इसी प्रकार नोटबंदी की, लेकिन इनका निष्कर्ष निकालें तो जीएसटी रिवाइज करना पड़ा और नोटबंदी के कारण लोगों को कितनी दिक्कतें झेलनी पड़ी। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार कोविड में कभी थाली तो कभी ताली पीटी गई, आज तक उसका प्रभाव लोगों पर है। हाल ही में आईपीएस अधिकारी द्वारा किए गए सुसाइड को लेकर पूर्व सांसद ने कहा कि कानून को संभालने वाले लोग सरकार के सताए हुए लोगों से तंग आकर सुसाइड कर लेते हैं, इससे बड़ा कलंक और क्या होगा। भिवानी में मनीषा हत्याकांड हुआ, जिसपर सरकार ने बजाय कार्रवाई के बातों को घुमा फिराकर मामले को दबाने का काम किया। देश व प्रदेश में रोजाना आपराधिक घटनाएं हो रही हैं। मोदी सरकार को चाहिए कि वो इस दिशा में मजबूत कदम उठाते हुए कार्रवाई करें। पूर्व सांसद ने कहा कि सबसे बड़ी न्याय की कुर्सी पर बैठे व्यक्ति पर जूता फेंका जाता है, सरकार को चाहिए कि जिसने जूता फेंका, उसके खिलाफ त्वरित कड़ी कार्रवाई हो। कानून को संविधान के तहत बचाया जाना चाहिए। लगातार अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। इसी प्रकार हरियाणा देश में अपराध के मामले में तीसरा नंबर पर आ चुका है। डा. इंदौरा ने कहा कि जिस प्रकार का माहौल बना हुआ है, हमें खुद डर लगता है कि कोई असामाजिक तत्व हमें नुकसान न पहुंचा दे। इसलिए सरकार को कानून व्यवस्था को दुरुस्त करते हुए इस दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए।