आस्था, समर्पण, त्याग व प्रेम का प्रतीक है करवाचौथ – डॉ. कुलदीप कोर
माता हरकी सी.से. स्कूल, ओढां में शुक्रवार को अध्यापक-अभिभावक सम्मेलन के अवसर पर करवाचौथ पर्व को समर्पित भव्य समारोह का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम महिलाओं और माताओं की सहभागिता से उल्लासपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ। संस्था की प्रबंध निदेशक डॉ. कुलदीप कोर ने मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
समारोह की शुरुआत माता हरकी देवी महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा प्रस्तुत स्वागत नृत्य से हुई, जिसने सभी का मन मोह लिया। इसके बाद करवाचौथ पर्व से जुड़ी विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने वातावरण को भक्ति और उत्सव की भावना से सराबोर कर दिया।
माता हरकी देवी परिवार की महिलाओं के बीच तंबोला, सोलह श्रृंगार, बैलेंस द बबल जैसे मनोरंजक खेलों का आयोजन किया गया। महिलाओं ने पूरे उत्साह और जोश के साथ भाग लिया और विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया गया। गजरे, मेंहदी और चूड़ियों से सजे मंच ने समारोह की शोभा में चार चांद लगा दिए।
महिलाओं की प्रतिभा को मंच प्रदान करने के उद्देश्य से करवाचौथ क्वीन, रेडिएंट क्वीन और क्लासिक क्वीन जैसी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इन प्रतियोगिताओं में श्रीमती पारुल जैन, श्रीमती गुरप्रीत कौर और श्रीमती मनी संतोख विजेता रहीं। समारोह के दौरान चारों ओर खुशियों और उमंग का माहौल छाया रहा।
कार्यक्रम का दूसरा आकर्षण विज्ञान, गणित व सामाजिक विज्ञान के मॉडल प्रदर्शनी रहा, जिसमें दूसरी से बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों ने अलग-अलग विषयों पर सुंदर मॉडल बनाकर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। अध्यापक-अभिभावक सम्मेलन में अभिभावकों ने विद्यालय की प्रगति और शिक्षकों की निष्ठा की सराहना की।
इस अवसर पर विद्यालय की प्रबंध निदेशक डॉ. कुलदीप कोर ने सभी उपस्थित जनों का धन्यवाद करते हुए कहा कि करवाचौथ भारतीय नारी की आस्था, समर्पण, त्याग और प्रेम का प्रतीक है। यह त्योहार हमारी भारतीय संस्कृति की आत्मा है, जो हमें हमारी परंपराओं और परिवारिक मूल्यों से जोड़ता है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के पर्व और आयोजन समाज में महिलाओं की भूमिका को सम्मान देने और संस्कारों को सुदृढ़ करने का कार्य करते हैं।
अंत में विद्यालय परिवार की ओर से विजेता प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया और सभी महिलाओं को करवाचौथ की शुभकामनाएं दी गईं।