सिरसा। राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, सिरसा में प्रदूषण मुक्त राष्ट्र हेतु एक पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसकी थीम थी प्रदूषण को कहें ना। इस अवसर पर विद्यालय के हिंदी प्रवक्ता चमन भारतीय शिक्षाविद ने कहा कि हमें अपनी संस्कृति को बचाने के लिए और संस्कृति को जीवित रखने के लिए दीपावली के पावन पवित्र त्योहार पर पटाखे नहीं जलाएंगे। प्रदूषण नहीं फैलाएंगे और मिट्टी के दीए खरीद कर लाएंगे, ताकि इस व्यवसाय से जुड़े लोग और उनकी कला जीवित रहे। दीपावली जो कि दीयों का त्योहार है, घर-घर पर मिट्टी के दीपक रोशन हों और पटाखे, फुलझडिय़ां, रॉकेट आदि ना चला कर प्रदूषण मुक्ति का संदेश दें, जिससे हमारा पर्यावरण स्वच्छ रहे व किसी प्रकार की बीमारियां न फैले। इस अवसर पर जयकरण प्रवक्ता इतिहास ने बताया कि इतिहास भी हमें सिखाता है कि दीपावली जो त्यौहार है, दीपों का त्यौहार है और मिट्टी के दीए का ही ज्यादा प्रचलन हो, ताकि यह कला और संस्कृति जीवित रहे। विद्यालय के विद्यार्थियों, जिसमें दीक्षा, गुनगुन लड़वाल, प्रियंका, गंगा रजनी, लक्ष्मी, वंदना लडवाल, गुनगुन लडवाल, वंशिका, सपना, यशिका, महान और नीरज सहित विद्यार्थियों ने भी यह शपथ ली कि हम मिट्टी के दीए जलाएंगे और इस दीपावली पर पटाखे बिल्कुल नहीं जलाएंगे, ताकि हमारा भारत प्रदूषण मुक्त हो और यही दीपावली का शुभ संदेश है।