सिरसा के सात दिवसीय एन.एस.एस शिविर के सातवें व समापन दिवस पर विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक समाजिक आदि कार्यक्रम आयोजित किए गए इस विशेष अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में चौधरी देविलाल विश्वविद्यालय से डाॅ रोहताश एन. एस. एस. वाई . आर. सी. संयोजक व समाजशास्त्र विभाग के अध्यक्ष ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय प्राचार्या डाॅ रंजना ग्रोवर के अतिथिगण के स्वागत व सरस्वति के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ हुई इस अवसर पर प्राचार्या डाॅ रंजना ग्रोवर ने अपने सम्बोधन में कहा कि एन.एस एस. की नींव अनुशासन, धैर्य, समाज कल्याण , राष्ट्रहित से जुडी हुई है इसलिए सेवा भाव , कल्याण राष्ट्रहित की भावना को सर्वोपरि मानतें हुए कार्य करना चाहिए यही विधाथीॅ का मुख्य उद्देश्य व कर्तव्य हैं कार्यक्रम के अन्तिम दिवस स्वयंसेवकों द्वारा विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए , जिनमें हरियाणवी, राजस्थानी, बंगाली, दक्षिण भारतीय और संस्कृत नृत्य की आभा बिखेरी गई इस कार्यक्रम ने विविधता और संस्कृति को एक साथ प्रस्तुत किया , इसके अतिरिक्त,एक शानदार नाटक (स्किट) भी प्रस्तुत की गई, जिसमें हमारे सैनिकों की वीरता का बखान किया गया , कार्यक्रम में भारत के महान नेताओं डॉ. भीमराव अंबेडकर , स्वामी विवेकानंद, महात्मा गांधी, झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, और सवित्री फूले के आदर्शों को प्रस्तुत किया गया , ये प्रस्तुती ना केवल प्रेरणा देने वाली थी बल्कि राष्ट्रीय भक्ति को जगानें वाली भी रही थी यह अनुभव राष्ट्रीय एकता और समृद्धि के महत्व को भी दर्शाता है कार्यक्रम के समापन पर प्राचार्या डॉ रंजना ग्रोवर एन. एस. एस . के दोनों इकाइयों के विधाथियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए , और छात्रों को प्रेरित किया और समाज सेवा के महत्व के बारे में बताया उन्होंने कहा कि हमारे समाज की प्रगति के लिए ऐसे कार्यों का महत्व अत्यधिक है हमें समाज कल्याण राष्ट्रहित के लिए सदेव सक्रिय सकारात्मक रूप हो कार्य करते रहना चाहिए कार्यक्रम के समापन पर महाविद्यालय की नोडल आफिसर डाॅ दीपिका शर्मा एन.एस.एस कार्यक्रम अधिकारियों डॉ. रति तिवारी और डॉ सरबन कंबोज ने इस कैंप में आए हुए अतिथियों का आभार व्यक्त किया और उनके योगदान को सराहा वो कहा इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी का ह्दय से आभार प्रकट किया!