सी.ई.टी. की कोचिंग के लिए आमतौर पर 15000 से लेकर 20,000 रुपये लगती है फीस
हिसार। आर्थिक संसाधनों की कमी के चलते हरियाणा सी.ई.टी. की कोचिंग न ले सकने वाले जरूरतमंद होनहार विद्यार्थियों को राह ग्रुप फाउंडेशन निशुल्क कोचिंग की विशेष सौगात देगा। इस सुपर-50 बैच (टारगेट सरकारी नौकरी) निशुल्क कोचिंग के लिए प्रतिभावान विद्यार्थियों का पंजीकरण 1 से 7 मई तक हो सकेगा। उसके बाद सिरसा रोड स्थित हाउसिंग बोर्ड स्थित स्मार्ट स्किल कॉलेज के मार्गदर्शन में विद्यार्थियों को 10 मई से निशुल्क कोचिंग आरंभ की जाएगी। यह जानकारी देते राह ग्रुप फाउंडेशन के चेयरमैन नरेश सेलपाड़ एवं सुपर-50 बैच (टारगेट सरकारी नौकरी) के प्रोजेक्ट इंचार्ज विकास गोदारा ने बताया कि नि:शुल्क कोचिंग योजना के तहत हरियाणा स्टाफ सलेक्शन (एच.एस.एस.सी.) से जुड़ी ग्राम सचिव, पटवारी, क्लर्क, ड्राइवर, ग्रुप डी, कंडक्टर एवं इंस्पेक्टर जैसे पदों की तैयारियों को ध्यान में रखते हुए विशेष कोचिंग दी जाएगी। इसके लिए आवेदकों को शिक्षा एवं पहचान से संबंधित कागजात ऑफलाइन जमा करवाने होंगे। राह ग्रुप फाउंडेशन के चेयरमैन नरेश सेलपाड़ के अनुसार आमतौर पर सी.ई.टी. की कोचिंग के लिए औसतन 15000 से लेकर 20,000 रुपये अदा करने पड़ते हैं। इतनी बड़ी रकम गरीब विद्यार्थियों के लिए बहुत अधिक मायने रखती है। इस परियोजना में सी.ई.टी. से संबंधित पदों को फोकस करके पेपर स्टाईल के अनुभव के साथ-साथ ओएमआर भरने व शॉर्टकट मैथ्थड़ की विस्तार से जानकारी दी जाएगी। जिससे कि वे विभिन्न परीक्षाओं में आने वाले पेपरों को आसानी से पास कर सके। परीक्षा की तैयारी को लेकर किसी भी प्रकार की कमी ना रहे इसके लिए स्मार्ट स्किल कॉलेज द्वारा विशेष स्टाफ हायर किया जाएगा।
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सुबह या शाम के बैच में लगेगी कक्षाएं
सी.ई.टी. नि:शुल्क कोचिंग प्रोजेक्ट के इंचार्ज विकास गोदारा के अनुसार परीक्षा के लिए 10 मई से ही नियमित कक्षाएं लगेगी। जिसमें सुबह या शाम को बैच बनाने की योजना है। इसमें सुबह आठ से 12 दोपहर बजे तक पहले बैच, एवं उसके बाद दोपहर 12 से शाम चार बजे तक दूसरे एवं शाम चार बजे से रात आठ बजे कक्षाएं लगेगी।
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क्या होगा चयन का आधार:-
राह ग्रुप फाउंडेशन के चेयरमैन नरेश सेलपाड़ के अनुसार इस सुपर-50 बैच में किसी जाति, धर्म या लिंग को कोई भेदभाव नहीं किया गया है। इसमें संस्था की तरफ से तय मौखिक टेस्ट पास करने वाले विद्यार्थियों को ही इस बैंच में शामिल किया जाएगा। साथ ही आवेदक की आर्थिक स्थिति को भी देखा जाएगा। अधिक आवेदन होने की स्थिति में तय कोचिंग केन्द्रों पर पांच फीसदी सीटें विधवा/तलाकशुदा महिलाओं या बेसहारा लड़कियों एवं अनाथ युवकों के लिए आरक्षित होगी।