अपने मन की संवेदनाओं से हमारे जीवन को हर पल दिशा देती है मां: अनिल गोयल
दी आर्यन स्कूल
सिरसा। मातृत्व एक ऐसा अनमोल शब्द है, जिसमें संपूर्ण सृष्टि की संवेदनाएं सम्माहित है। इसी भावना को समर्पित करते हुए दी आर्यन स्कूल, सिरसा में मातृ दिवस पर अत्यंत भावनात्मक और प्रेरणादायक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर गेस्ट सुखमिन सेतिया, डा. अंजी खुराना, डा. आकांक्षा, डा. रिचा वाइस प्रिंसीपल द आर्यन स्कूल, फतेहाबाद ने उपस्थिति दर्ज करवाई। स्कूल के डायरेक्टर अनिल गोयल, राकेश गोयल, चारु गोयल, प्रधानाचार्या श्वेता माहेश्वरी और मीनू सभरवाल मौजूद रहे। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती वंदना और दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई विद्यालय के नन्हें-मुन्ने बच्चों ने कविता पाठ, नृत्य और नाटक के माध्यम से मां के नि:स्वार्थ प्रेम, त्याग और बलिदान को मंच पर जीवंत कर दिया। उनकी मासूम अदाओं और सच्ची भावनाओं ने उपस्थित जनों की आंखें नम कर दी। इस कार्यक्रम में विशेष प्रस्तुति यह रही कि माताओं ने भी अपने बच्चों के साथ मंच साझा किया और सुंदर समूह नृत्य और ट्विनिंग लुक में आकर्षक रैम्प वॉक की प्रस्तुतियां देकर खूब वाहवाही बटोरी। कार्यक्रम की शुरुआत में स्कूल की प्रधानाचार्या श्वेता माहेश्वरी ने आए हुए अतिथियों का स्वागत किया और कहां कि मां ही प्रथम गुरु है, जिसके बिना जीवन की कल्पना अधूरी है। स्कूल के डायरेक्टर अनिल गोयल ने मार्मिक संबोधन करते हुए समस्त मातृ शक्ति को प्रणाम किया और कहा कि मां के मन में असीम धैर्य, प्रेम और करुणा का भाव है। यही मन एक मां को विशेष बनाता है। वह न केवल जीवन देती है, बल्कि हर पल अपने मन की संवेदनाओं से हमारे जीवन को दिशा भी देती है। चारु गोयल ने कहा कि मां का मन गहरा सागर है, जिसमें दुखों को सोख लेने की क्षमता है, जिसमें स्नेह रूपी लहरें कभी थमती नहीं, जब बच्चा थककर हार मान लेता है तो मां का मन ही उसे फिर से खड़ा कर देता है। कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों को पुरस्कार वितरण किए गए। पूरे आयोजन में स्नेह और मातृत्व का प्रवाह निरंतर बहता रहा, जिसने सभी के मन को की गहराइयों को छू लिया।