विधायक शीशपाल केहरवाला के नेतृत्व में हुई बैठक, ऑब्जर्वर ने कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोली, कहा- रिपोर्ट जल्द राहुल गांधी को सौंपी जाएगी
कालांवाली में कांग्रेस संगठन को मजबूत करने और आगामी चुनावों को देखते हुए पार्टी द्वारा “संगठन सूजन अभियान” चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के ऑब्जर्वर क्रिस्टोफर तिलक ने आज कालांवाली में विधायक शीशपाल केहरवाला की अध्यक्षता में एक अहम बैठक की। यह कार्यक्रम सुबह 11 बजे सुरतिया धर्मशाला, गदराना रोड, कालांवाली में आयोजित हुआ, जिसमें भारी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता, पदाधिकारी और स्थानीय लोग उपस्थित हुए।
ऑब्जर्वर क्रिस्टोफर तिलक ने बैठक में कार्यकर्ताओं से संवाद किया और क्षेत्र में संगठन की स्थिति, जनता के मुद्दे, भाजपा सरकार की नीतियों से असंतोष और आगामी नगर पालिका चुनाव की रणनीति पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कार्यकर्ताओं की राय ली और क्षेत्र की नब्ज टटोली।
ऑब्जर्वर ने स्पष्ट किया कि वह कालांवाली क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से प्राप्त फीडबैक और जमीनी सच्चाई पर आधारित रिपोर्ट कांग्रेस नेता राहुल गांधी को जल्द सौंपेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी जमीनी कार्यकर्ताओं की ताकत से ही मजबूत होती है और पार्टी हर स्तर पर कार्यकर्ताओं की भूमिका को अहम मानती है।
विधायक शीशपाल केहरवाला ने कही बड़ी बात
विधायक शीशपाल केहरवाला ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी ही इस समय प्रदेश और देश की सच्ची आवाज है। भाजपा सरकार ने किसानों, कर्मचारियों, व्यापारियों और आम आदमी को निराश किया है। उन्होंने कहा कि कालांवाली की जनता बदलाव चाहती है और कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता पूरी निष्ठा से संगठन को मजबूत कर रहे हैं।
स्थानीय मुद्दे भी उठे
बैठक में कई स्थानीय मुद्दे जैसे जल संकट, नगर पालिका में भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और विकास कार्यों की धीमी गति पर भी चर्चा हुई। कार्यकर्ताओं ने ऑब्जर्वर को बताया कि आम जनता मौजूदा भाजपा सरकार से परेशान है और कांग्रेस से उम्मीदें लगाए बैठी है।
चुनावों की तैयारी पर फोकस
ऑब्जर्वर तिलक ने कार्यकर्ताओं को आगामी नगरपालिका चुनावों में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि हर बूथ पर संगठन मजबूत होना चाहिए और घर-घर तक पार्टी की नीतियों को पहुंचाया जाए।
कार्यक्रम का उद्देश्य
“संगठन सूजन अभियान” का उद्देश्य प्रदेश स्तर पर कांग्रेस के संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करना है। इसके अंतर्गत पार्टी के ऑब्जर्वर विभिन्न जिलों और हलकों में जाकर कार्यकर्ताओं से संवाद कर रहे हैं और उनकी समस्याएं व सुझाव संकलित कर रहे हैं।



