प्रतियोगिता का मुख्य विषय है मानव जाति के कल्याण के लिए विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी
सिरसा। नाटक या रंगमंच हमारे समाज का एक प्राचीन सांस्कृतिक रूप है, जिसका उपयोग मनोरंजन और सामाजिक संपर्क के माध्यम के रूप में भी किया जाता है। समाज को अप्रत्यक्ष रूप से सुधारने और सामाजिक परिवर्तन लाने के लिए राष्ट्रीय विज्ञान केंद्र दिल्ली द्वारा हर वर्ष उत्तर भारत विज्ञान नाटक प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है, जिसका उद्देश्य छात्रों, शिक्षकों और अन्य विज्ञान संचारकों को नाटकीय रूप में संचार के साधन के रूप में अन्वेषण और प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित करना है। यह आयोजन विज्ञान संचारकों और छात्रों के लिए एक मंच प्रदान करता है, जो विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नए विचारों और दृष्टिकोणों को साझा करने के लिए एक साथ आते हैं। हरियाणा में राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद गुरुग्राम के द्वारा खंड एवं जिलास्तर पर साइंस ड्रामा प्रतियोगिता करवाने के लिए प्रदेश के समस्त जिलों के जिला शिक्षा अधिकारीयों को पत्र जारी कर दिया गया है। इस कड़ी में जिला शिक्षा अधिकारी सिरसा द्वारा सिरसा जिला के समस्त खंड शिक्षा अधिकारियों को 26 अगस्त 2025 तक खंड स्तर पर प्रतियोगिता करवाने के लिए पत्र जारी कर दिया गया है। साथ ही 10 सितम्बर 2025 को जिलास्तीय ड्रामा प्रतियोगिता राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यलय खैरपुर में आयोजित होगी। प्रोग्राम के नोडल अधिकारी एवं जिला विज्ञान विशेषज्ञ डा. मुकेश कुमार ने बताया कि इस वर्ष साइंस ड्रामा प्रतियोगिता का मुख्य विषय है मानव जाति के कल्याण के लिए विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी और उपविषय हैं, विज्ञान में महिलाएं, आधुनिक कृषि, डिजिटल इंडिया जीवन को सशक्त बनाना, सभी के लिए स्वच्छता, हरित प्रौद्योगिकियां।
प्रतियोगिता के लिए होंगें ये नियम:
प्रतियोगिता में कक्षा 6 से 10वीं तक पढऩे वाले विद्यार्थी ही भाग ले सकते हैं। ड्रामा वैज्ञानिक सन्देश पर आधारित होना चाहिए। टीम में एक निदेशक और एक स्क्रिप्ट राइटर होना चाहिए और आसान गतिशीलता के लिए एक टीम में पुरुष और महिला सहित 8 से अधिक पात्र नहीं होने चाहिए। ड्रामा की अवधि 30 मिनट से अधिक नहीं होनी चाहिए। ड्रामा टीम को 5 मिनट के भीतर मंच पर प्रॉप्स और अन्य आवश्यक आवश्यकताओं को स्थापित करने में सक्षम होना चाहिए और प्रदर्शन के बाद हटा देना चाहिए। ड्रामा किसी भी आधिकारिक भारतीय भाषा में हो सकता है। ड्रामा की रोचकता और विश्वसनीयता बढ़ाने के लिए ड्रामा में वेशभूषाए नृत्यए संगीतए स्वांग और मॉडल भी हो सकते हैं। ड्रामा में लिखित पोस्टर/बैनर/एवी चित्रण के लिए सहायताध्पृष्ठभूमि का उपयोग किया जा सकता है। सभी प्रवृष्टियां मूल होनी चाहिए। इसका मतलब है कि आपकी स्क्रिप्ट किसी भी रूप में कहीं और प्रकाशित नहीं होनी चाहिए स प्रविष्टि पहले किसी प्रतियोगिता में ऑनलाइन या ऑफलाइन माध्यम से जमा नहीं की गई होनी चाहिए। पूरी तरह से एआई उत्पन्न लिपियों को जमा नहीं किया जा सकता है और अयोग्य घोषित किया जाएगा। खंड स्तरीय ड्रामा प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली टीम जिला स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेगी और जिलास्तर पर ड्रामा प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली टीम राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेगी।
ड्रामा प्रतियोगिता के निर्णय का मानदंड (100 अंक):
नाटक की प्रस्तुति (50 अंक), नाटक में वैज्ञानिक सामग्री (30 अंक), नाटक की प्रभावशीलता (20 अंक)।
कोट्स:
-इस प्रतियोगिता का उद्देश्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी के बारे में जागरूकता फैलाना और छात्रों को रचनात्मक तरीके से विज्ञान को प्रस्तुत करने के लिए प्रोत्साहित करना है।
-डा. मुकेश कुमार, जिला विज्ञान विशेषज्ञ सिरसा।