-पैंतालिसा क्षेत्र की हजारों एकड़ फसल डुबोई, अब फैल रहा है चर्म रोग: लखविंदर सिंह औलख
-घग्गर ड्रेन की वजह से सेम बढ़ती जा रही है जल भराव व सेम की वजह से ढाणियों और गांवों के कई मकान हुई क्षतिग्रस्त: औलख
-हिसार घग्गर सेमनाला बार-बार टूट रहा है, शाहपुरिया के पास रात से टूटे बांध को बांधने में लगे कई गांव के ग्रामीण: औलख
सिरसा। बीकेई प्रदेशाध्यक्ष लखविंदर सिंह औलख अपनी टीम के साथ गांव गुडिया खेड़ा में हिसार घग्गर सेमनाला से प्रभावित ग्रामीणों से मिले। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में हर साल हिसार घग्गर सेमनाला से किसानों का नुकसान हो रहा है। इस बार भी हिसार, फतेहाबाद और सिरसा जिले की हजारों एकड़ फसल सेमनाले ने डुबो दी है। चोपटा क्षेत्र पहले ही सेम से प्रभावित है, गुडिया खेड़ा के पास मोडिया खेड़ा के रकबे में सेमनाला टूटने से बकरियांवाली, मोडिया खेड़ा और गुडिया खेड़ा के किसानों की लगभग 3500 एकड़ तैयार फसल डूब गई है, बहुत सारे ढाणियों में बने हुए मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं, सोलर पैनल भी पानी की चपेट में आकर खराब हो गए हैं। हिसार घग्गर ड्रेन में पानी अभी भी ओवरफ्लो चल रहा है। रात को गांव जंडवाला, चाहरवाला और शक्करमंदौरी की सीमा में हिसार घग्गर ड्रेन टूट गई थी, जिसे ग्रामीणों द्वारा बांधने का काम चल रहा है। ड्रेन की वजह से सेम ज्यादा बढ़ गई है। गुडिया खेड़ा की तरफ कई ग्रामीणों के मकान भी सेम से खराब हो रहे हैं। गुडिया खेड़ा के ग्रामीणों ने कहा कि दिन-रात पूरा गांव ड्रेन पर पहरा देकर गांव को बचा रहा है। ग्रामीण अपने ट्रैक्टर-ट्रालियों से अपने खर्चे पर ड्रेन के बांधों पर मिट्टी डाल रहे हैं। औलख ने कहा कि केमिकल वाला पानी सेमनाले में आ रहा है, जिसकी वजह से लोगों को चर्म रोग हो रहा है, पशु भी बीमार हो रहे हैं। हमारी जिला प्रशासन से अपील है कि सेमनाले से प्रभावित क्षेत्र में मेडिकल की टीमें भेजी जाए, जलभराव से मच्छर बढ़ रहे हैं। फॉगिंग भी कराई जाए और पशुओं के लिए वेटरनरी डॉक्टर भी नियुक्त किए जाएं, ताकि महामारी को फैलने से रोका जा सके। इस मौके पर बीकेई प्रदेश महासचिव अंग्रेज सिंह कोटली, महावीर गोदारा, प्रेमा सिंह, मनीराम, साहब राम, विनोद, सुभाष, भजनलाल, हवा सिंह, गिरधारी, विनोद, राम सिंह, सतपाल, राकेश आदि किसान मौजूद रहे।