-घग्गर नदी की खुदवाई करवाई जाए और बांधों को पक्का करके दोनों तरफ बनाई जाए सडक़ें: औलख
-ओटू झील की खुदाई करवाई जाए
सिरसा। बीकेई प्रदेशाध्यक्ष लखविंदर सिंह औलख ने कहा कि आज सतीश चंद्र दुबे, राज्यमंत्री कोयला एवं खनन मंत्रालय भारत सरकार जिला सिरसा के बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा करने के लिए आ रहे हैं। भारतीय किसान एकता (बीकेई) मंत्री से अपील करती है कि पंचकूला से लेकर राजस्थान तक घग्गर नदी की खुदाई करवाई जाए, बांधों को मजबूत करके दोनों साइड में पक्की सडक़ें बनाई जाए और ओटू झील की खुदाई करवाई जाए। हर साल बाढ़ के डर से सरकार व प्रशासन द्वारा करोड़ों रुपए बांधों को मजबूत करने के लिए लगाए जाते हैं। ग्रामीण भी अपने खर्चे पर अपने-अपने ट्रैक्टर-ट्रालियों से बांधों को मजबूत करने के लिए बिना प्रशासन से कुछ लिए दिन-रात एक कर देते हैं। ग्रामीणों का भी करोड़ों रुपए खर्च होता है, लेकिन यह स्थाई हल नहीं है। हर बार यही प्रयोग करना पड़ता है। हम मंत्री से अपील करते है कि घग्गर नदी के तटबंधों को पक्के करके दोनों तरफ सडक़ें बनाई जाएं, ओटू झील की खुदाई करवाई जाए, क्योंकि बार-बार घग्गर नदी पर करोड़ों रुपए खर्च करने के बावजूद भी किसानों की हजारों एकड़ फसल डूब जाती है। बाढ़ से कई गांव भी डूब जाते हैं। घग्गर नदी के साथ लगते इलाके को बाढ़ में करोड़ों रुपए का नुकसान झेलना पड़ता है। इसलिए इसका स्थाई समाधान अनिवार्य है। औलख ने कहा कि 2010 से हिसार घग्गर ड्रेन से सिरसा जिले के चौपटा क्षेत्र में बरसाती सीजन में हर साल बाढ़ जैसे हालात बन जाते हैं। किसानों की हजारों एकड़ फसलें डूब जाती हैं। इस सेमनाले से चौपटा क्षेत्र में सेम बढ़ती जा रही है, इसका भी स्थाई समाधान किया जाए, करोड़ों रुपए लगाकर ओटू हैड पर हिसार घग्गर ड्रेन पर बना साईफन भी फेल साबित हुआ है, वह भी विभाग के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है, वहां पर लिफ्टिंग का स्थाई समाधान करवाया जाए।