कथा में नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल के भजन पर झूमे श्रद्धालु, माखन मिश्री का बांटा प्रसाद
सिरसा। प्रभात पैलेस में आयोजित पितृ पक्ष में पितरों कि शांति एवं विश्व कल्याण हेतु श्री मद्भागवत कथा के चाैथे दिन कथा व्यास पंडित सुगन शर्मा ने भगवान के सभी अवतारों भगत प्रहलाद, भगवान के नर सिंह अवतार कि कथा सुनाई। पंडित सुगन शर्मा ने श्रद्धालुओं को प्रवचन करते हुए कहा कि भक्ति किसी भी उम्र में सफल हो सकती है, जो बाल्य काल में ही भगवान का भजन करता है उसे इसी जन्म में भगवान मिलते हैं। जो जवानी में भजन करता है उसका बुढ़ापा सुधर जाता है और जो बुढ़ापे में भगवान का भजन करता है उसका अगला जन्म सुधर जाता है। पंडित ने भगवान नरसिंह द्वारा हिरनाकश्यप का वध कर पाप के नाश करने, राजा बली की दाणवीरता, भगवान द्वारा वामन अवतार लेकर केवल तीन पग भूमि दान मांगकर राजा बलि का अहंकार भंग करने, कंस के अपनी बहन देवकी पर किए अत्याचार व बढ़ते पाप के विनाश के लिए भगवान के श्री कृष्ण अवतार की कथा सुनाकर सभी को भाव विभोर कर दिया। कथा व्यास सुगन शर्मा ने कहा कि मनुष्य को आज भगवान की प्राप्ति के लिए जंगलों व पर्वतों पर जाने की आवश्यकता नहीं है। मानव गृहस्थी का पालन करते हुए भी अपनी मंजिल पा सकता है। उन्होंने भगवान राम, कृष्ण और राजा जनक का उदाहरण देते हुए कहा कि इन सभी ने गृहस्थ में रहते हुए भी निर्लेप नारायण रहकर मोक्ष की मंंजिल को पा लिया। वैसे ही यदि मानव भी इस भाग-दौड़ की जिंदगी में से थोड़ा सा समय निकालकर भक्ति में लगाए तो वो अपना जीवन संवार सकता है। कथा के दौरान भगवान श्री कृष्ण का प्रकोत्सव मनाया गया। सभी उपस्थितजों ने नंद उत्सव मनाया। कथा व्यास ने नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल का भजन प्रस्तुत किया तो सभी श्रद्धालु झूमने पर विवश हो गए। कथा दौरान श्रद्धालुओं को खिलौने व माखन मिश्री का प्रसाद बांटा गया। कथा के अंत में श्री बंशीवट कथा समिति के प्रधान इंद्रकुमार चिड़ावेवाला, उपप्रधान सुनील गोयल, सचिव संजय तायल, सहायक उपप्रधान राधेश्याम बंसल, कोषाध्यक्ष रामकुमार जैन, संदीप सोनी, मुनीष शर्मा, संजय गोयल, राजेंद्र जिंदल, दयानंद वर्मा, भवानी शंकर, तरुण, दीपक शर्मा, अश्वनी, रामअवतार, राधा सहित शहर के गणमान्य लोगों ने आरती की।