मेडिकल नशे पर कड़ा प्रहार करते हुए नशे में प्रयुक्त होने वाले 96 हजार से अधिक कैप्सूल व 1200 गोलियां बरामद
ड्रग विभाग द्वारा मेडिकल किया गया सील
मेडिकल नशे का कारोबार करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा:- पुलिस अधीक्षक
डबवाली पुलिस द्वारा पंजाब की सीमा से सटे जिला डबवाली को नशा मुक्त करने के लिए निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं । जिला पुलिस की ओर से नशे के खिलाफ लगातार विशेष अभियान चलाया जा रहा है तथा विभिन्न प्रकार का नशा बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है । जिला पुलिस द्वारा जहां मादक पदार्थ तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है वहीं मैडीकल नशा बेचने वालों के खिलाफ भी शिकंजा कसा जा रहा है । इसी के तहत थाना कालांवाली पुलिस व ड्रग विभाग की संयुक्त टीम ने मेडिकल नशे के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए गांव पक्का शहीदा में स्थित सिद्धू मेडिकोज नाम के मेडिकल स्टोर से 96 हजार 150 कैप्सूल व 1200 गोलियां बरामद कर मेडिकल संचालक सील करने में कामयाबी हासिल की है ।
इस सम्बन्ध मे विस्तृत जानकारी देते हुए प्रभारी थाना कालांवाली पीएसआई सुनील कुमार ने बताया कि विश्वसनीय सूत्रों से मिली सूचना के आधार पर उन्होंने पक्का शहीदां में स्थित सिद्धू मेडीकोज नाम के मेडिकल स्टोर पर रेड की तो वहां से नशे में प्रयुक्त होने वाली दवाओं का जखीरा बरामद हुआ । जिसमें मुख्य तौर पर 1200 गोलियां (Tapentadol), 96,150 कैप्सूल( Pregabalin) बरामद करने मे सफलता हासिल की और ड्रग इंस्पेक्टर केशव वशिष्ठ को मौका पर बुलाकर जांच की गई और संचालक अर्शदीप सिंह पुत्र अंग्रेज सिंह निवासी फग्गू हाल कालांवाली से गोलियां व कैप्सूलों बारे परमिट व लाइसेंस की मांग की गई तो वे कोई कागजात पेश नहीं कर सका । जो संचालक अर्शदीप सिंह को नोटिस देकर और बरामद दवाइयों को ड्रग विभाग द्वारा अपने कब्जा में लेकर मेडिकल सील किया गया ।
डबवाली पुलिस द्वारा निरंतर मेडिकल एसोसिएशन एवं दवा विक्रेताओं से संपर्क स्थापित कर उन्हें पुलिस का सहयोग करने को कहा जा रहा है ताकि दवा विक्रेता नशीली गोलियों को बिना किसी डाक्टरी सलाह एवं पर्ची के किसी को भी न दें । इसके अलावा कई नशीली गोलियां एन.डी.पी.एस. एक्ट में नहीं आतीं इसलिए इन गोलियां का अक्सर नशे में प्रयोग हो रहा है । पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं कि आमजन के सहयोग से मेडिकल नशा बेचने वालों पर पैनी नजर रखें । अगर किसी मेडिकल स्टोर संचालक की नशा बेचने में संलिप्तता पाई जाए तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें ।