हरियाणा शहरी स्वच्छता अभियान के तहत जिला के शहरी क्षेत्रों में नगर परिषद व नगर पालिकाओं द्वारा निरंतर सफाई व जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। जहां एक और टीमें रिहायशी इलाकों, बाजारों, अनाजमंडी, सब्जी मंडी व सार्वजनिक स्थानों पर सफाई कर रही है वहीं दूसरी ओर टीमें दुकानदारों, स्ट्रीट वेंडर व आमजन का स्वच्छता का महत्व बताते हुए जागरूक कर रही है।
अतिरिक्त उपायुक्त वीरेंद्र सहरावत ने कहा कि टीमों द्वारा स्कूलों में भी कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है, जहां बच्चों को स्वच्छता के महत्व के बारे में जागरूक किया जा रहा है। इसके अलावा पौधारोपण के माध्यम से भी आमजन को पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता एक निरंतर प्रक्रिया है और हम सभी की जिम्मेदारी है। स्वच्छता में समाज के हर वर्ग का सहयोग जरूरी है। यदि हमारे आसपास का वातारण स्वच्छ और शुद्ध होगा तो मक्खी मच्छर पैदा नहीं होंगे और बीमारियां भी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि स्वच्छता में समाज के हर वर्ग का सहयोग आवश्यक है। चाहे वे शहर या ग्रामीण क्षेत्रों के निवासी हो, व्यापारी, छात्र या सरकारी कर्मचारी, हर किसी की सक्रिय भागीदारी इस प्रयास को सफल बना सकती है। यह सहयोग तभी संभव है जब प्रत्येक व्यक्ति अपने घर, दुकान, कार्यस्थल और आस-पास के सार्वजनिक स्थानों की साफ-सफाई को अपनी नैतिक जिम्मेदारी समझे।
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समाधान शिविर में सीईओ डा. सुभाष चंद्र ने सुनी समस्याएं, कई शिकायतों का मौके पर निपटारा
लघु सचिवालय स्थित सभागार में आयोजित समाधान शिविर में सोमवार को जिला परिषद के सीईओ डा. सुभाष चंद्र ने नागरिकों की समस्याओं पर सुनवाई करते हुए संबंधित विभागों के अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके अलावा उपमंडल स्तर पर भी समाधान शिविरों का आयोजन किया गया। जिला में आयोजित समाधान शिविरों में कुल 26 शिकायतें आई।
सीईओ डा. सुभाष चंद्र ने बताया कि समाधान शिविर आमजन की शिकायत निवारण का एक सशक्त माध्यम है। नागरिक प्रत्येक सोमवार व वीरवार को प्रात: 10 से 12 बजे तक जिला व उपमंडल स्तर पर आयोजित अपनी समस्याओं का समाधान करवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि समाधान शिविर में आने वाली शिकायतों की नियमित तौर पर उच्च अधिकारियों द्वारा मॉनिटरिंग भी की जाती है।
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अनुसूचित जाति के युवा ड्रोन पायलट प्रशिक्षण के लिए 15 तक करें आवेदन
हरियाणा अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम द्वारा राज्य के अनुसूचित जाति वर्ग के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की गई है। इसके तहत, निगम द्वारा पात्र पुरुष और महिला अभ्यर्थियों के लिए ड्रोन पायलट प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है। इच्छुक और योग्य अभ्यर्थियों को अपने सभी आवश्यक दस्तावेज 15 अक्टूबर तक हरियाणा अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम कार्यालय, सिरसा में जमा करवाने होंगे।
जिला प्रबंधक कुलदीप सैनी ने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का लाभ उठाने के लिए अभ्यर्थी की आयु 18 वर्ष से 45 वर्ष के बीच होनी चाहिए, और उनके परिवार की वार्षिक आय तीन लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए। शैक्षणिक योग्यता के तौर पर अभ्यर्थी का 10वीं पास होना अनिवार्य है।
उन्होंने बताया कि आवेदन के लिए, अभ्यर्थियों को अपने साथ कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, सत्यापित परिवार पहचान पत्र, 10वीं मार्कशीट व दो पासपोर्ट साईज फोटो आदि लेकर बैंक कॉलोनी, मकान नंबर 5. प्रथम तल स्थित हरियाणा अनुसूचित जाति वित एवं विकास निगम कार्यालय (दूरभाष नम्बर 01666-244974) में किसी भी कार्यदिवस पर 15 अक्टूबर तक संपर्क कर सकते हैं।



