-चौटाला नहर का समाधान निकाल सभी किसानों को उनके हक का पूरा पानी दे सरकार: लखविंदर सिंह औलख
-चौटाला माइनर की रीमॉडलिंग करके इसकी क्षमता बढ़ाकर प्रभावित सभी 11 गांवों को पुरानी व्यवस्था भाल करते हुए पानी की सप्लाई सुनिश्चित की जाए: औलख
सिरसा। बीकेई प्रदेशाध्यक्ष लखविंदर सिंह औलख ने जंडवाला बिश्नोईयान में धरने पर बैठे किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि हरियाणा सरकार चौटाला नहर के पानी का न्यायसंगत समाधान निकाले। एक प्रैस विज्ञप्ति जारी करते हुए औलख ने कहा कि किसानों को पर्याप्त पानी देना सरकार का फर्ज है और सरकार की जिम्मेदारी है कि वो चौटाला नहर की टेल पर पूरा पानी पहुंचाने के साथ ही अन्य गांवों के किसानों को भी उनके हक का पानी दे। उन्होंने कहा कि किसी एक के हक को छीन कर उसके पानी को दूसरे को देना न्याय संगत फैसला नहीं है और सरकार को चाहिए कि वो उचित समाधान निकाल सभी किसानों को पर्याप्त पानी मुहैया करवाए। सरकार को टेल पर पूरा पानी न पहुंचने के असली कारणों जैसे पानी चोरी, नहर की कम क्षमता, नहर की सफाई न होना, हैड से पानी का पूरा हिस्सा हमें न मिलना, मौजगढ़ हैड पर पानी की कमी आदि का समाधान करके उचित हल निकालना चाहिए। उपरोक्त समाधानों के साथ-साथ सरकार को नहर की क्षमता को बढ़ा कर उसमें पानी भी अधिक भेजना होगा। नहर की क्षमता बढ़ाना अति जरूरी है, तभी टेल तक पानी पहुंच पाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार पानी के नाम पर किसानों को आपस में उलझा कर फूट डालो और राज करो की नीति पर काम कर रही है, जोकि उचित नहीं है। सरकार को चाहिए कि वह टेल तक पानी पहुंचाने के साथ-साथ अन्य किसानों को भी उनके बनते हक का पानी दिलवाने के लिए न्याय संगत हल निकाले, जिससे किसानों का भाईचारा भी बना रहे और उन्हें पूरा पानी भी मिल सके। धरनारत
किसानों ने बताया कि 50 सालों से चल रही व्यवस्था को बिगाड़ते हुए बिना किसी नोटिस के उनके मोगों के साइज व स्थान बदल दिए गए। ग्रामीणों ने कहा कि टेल पर भी पानी पूरा पहुंचे, यह भी हमारी मांग है और हमें भी हमारा हक मिलना चाहिए। इस मौके पर बीकेई से सरबजीत कंबोज, मनदीप सिंह, मुख्त्यार सिंह, प्रभप्रीत सिंह, योगेश सीगड़, अमित मीणा, भीम, कृष्ण कुमार, अमन, अजय नेहरा, भादर राम सरपंच आसाखेड़ा, सुभाष जालंधर,, रणदीप पूर्व सरपंच गिदड़ खेड़ा, तोताराम नंबरदार, वेदपाल डांगी, गुरलाल सिंह पूर्व सरपंच सुखेरा खेड़ा, जयसिंह सरपंच प्रतिनिधि जंडवाला, श्याम सुंदर, गुरतेज सिंह गंगा आदि किसान मौजूद रहे।