सिरसा। दिव्य ज्योति जागृति संस्थान द्वारा हुडा सैक्टर-20 स्थित आश्रम में इस वर्ष ग्रीन दीवाली के अवसर पर एक विशेष पर्यावरण जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य समाज को प्रदूषण-मुक्त, स्वच्छ और हरित दीवाली मनाने के लिए प्रेरित करना था, ताकि त्योहार की खुशियां प्रकृति की मुस्कान के साथ बांटी जा सकें। कार्यक्रम के दौरान संस्थान ने अपने संरक्षण प्रकल्प के अंतर्गत लोगों को यह संदेश दिया कि दीवाली केवल रोशनी का नहीं, बल्कि चेतना का पर्व है। उन्होंने सभी से अपील की कि वे इस बार दीवाली को पटाखों की जगह दीपकों से सजाएं, बिजली की खपत कम करें और पौधे लगाकर प्रकृति के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाएं। संस्थान के प्रवक्ताओं ने बताया कि आज प्रदूषण, ध्वनि और कचरे की समस्या हमारे जीवन का हिस्सा बन चुकी है। यदि हम अब भी नहीं जागे तो आने वाले वर्षों में प्रकृति का संतुलन बिगड़ सकता है। ग्रीन दीवाली का संदेश केवल एक दिन का नहीं, बल्कि पूरे वर्ष के लिए एक पर्यावरण-संवेदनशील जीवनशैली अपनाने का आह्वान है। सामूहिक रूप से यह संकल्प लिया कि वे इस बार दीवाली बिना पटाखों, बिना प्रदूषण, और बिना अपव्यय के मनाएंगे, दीपों,, प्रेम और पर्यावरणीय जागरूकता के साथ। कार्यक्रम के अंत में उपस्थित सभी पर्यावरण प्रेमियों ने यह शपथ ली कि वे जल संसाधनों की रक्षा करेंगे, वृक्षारोपण को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएंगे और स्वच्छ एवं हरित भारत के निर्माण में निरंतर योगदान देंगे। यह आयोजन केवल एक पर्व नहीं था, बल्कि आने वाली पीढिय़ों के लिए एक स्वच्छ, स्वस्थ और संतुलित भविष्य की दिशा में उठाया गया संकल्प था।