जे सी डी विद्यापीठ में स्थापित जे सी डी इंजीनियरिंग संस्थान में इलेक्ट्रिकल विभाग द्वारा आर्टिफिशल इंटेलिजेन्स विषय पर एक वेबिनार का आयोजन किया गया। इस वेबीनार में विद्यापीठ के महानिदेशक डॉ जय प्रकाश ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की वहीं संस्थान के प्राचार्य डॉ वरिंदर सिंह ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस वेबिनार में मुख्य वक्ता के तौर पर माधव इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी,ग्वालियर की आर्टिफिशल इंटेलिजेंस एवं मशीन लर्निंग विभाग की प्रोफेसर श्वेता चौहान ने ऑनलाइन माध्यम से विद्यार्थियों को सम्बोधित किया। समारोह की शुरुआत मुख्यातिथि को हरा पौधा देकर की गई जिसके पश्चात कार्यक्रम के सयोंजक इलेक्ट्रिकल विभागाध्यक्ष इंजीनियर सुशील कुमार ने आये हुए अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने मुख्य वक्ता की उपलब्धियों से भी छात्रों को अवगत कराया।
कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि बोलते हुए डॉ जय प्रकाश ने कहा कि आज आर्टिफिशल इंटेलिजेन्स का प्रयोग हर क्षेत्र में किया जा रहा है। आर्टिफिशल इंटेलिजेन्स के प्रयोग में आने से बहुत सी जटिल चीज़ें आसान हुई है। आर्टिफिशल इंटेलिजेन्स के माध्यम से बहुत सारी नई तकनीके विकसित हुई है जिनके कारण सूचना प्राद्योगिकी के क्षेत्र में एक क्रांति का आगाज़ हुआ है। उन्होंने छात्रों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि ऐसे सेमिनार के माध्यम से अपने क्षेत्र के अनुभवी प्रोफसरों से रूबरू होने का अवसर प्राप्त होता है इसलिए उन्हें इस अवसर का जरूर लाभ उठाना चाहिए।
वैबिनार में मुख्य वक्ता ने छात्रों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की उपयोगिता और वर्तमान युग में उसके महत्व पर विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने गुगल ट्रांसलेटर की कार्य प्रणाली और नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग की क्षमताओं से छात्रों को अवगत कराया। मुख्य वक्ता को हिमाचली भाषा को एन एल पी तकनीक द्वारा विकसित करने के लिए पुरस्कृत भी किया गया है। उन्होंने बताया कि एन एल पी तकनीक द्वारा हम अपनी संस्कृति और मातृभाषा को आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित कर सकते हैं। इस प्रकार विभिन्न प्रादेशिक भाषाओं को भविष्य के लिए संजो कर रखा जा सकता है।
इस अवसर पर संस्थान के समन्वयक इंजीनियर आर एस बरार , डिप्टी रजिस्ट्रार एस एल सैनी , सभी विभागों के विभागाध्यक्ष , स्टाफ सदस्य और विद्यार्थी उपस्तिथ रहे।