गहलोत ने आर्य मर्यादानुसार बताया मकर संक्रांति पर्व का महत्व
8 Viewsसिरसा। महर्षि दयानंद सरस्वती के अनुसार मकर संक्रांति एक भौगोलिक पर्व है। संक्रांति से अभिप्राय है परिवर्तन। अर्थात इस दिन सूर्य धनराशि से मकर राशि में प्रवेश करता है, इसलिए इस संक्रांति को मकर संक्रांति कहते हैं। सूर्य छह महीने तक प्रत्येक दिन पिछले दिन की अपेक्षा उत्तर की ओर हटकर निकलता दिखाई देता…