सिरसा। पूर्व सांसद डा. सुशील इंदौरा ने हरियाणा की नायब सिंह सैनी सरकार के 100 दिन के कार्यकाल को कटघरे में खड़ा किया है। डा. इंदौरा ने कहा कि हरियाणा सरकार ने अपने 100 दिनों को सिर्फ व्यर्थ किया है। प्रदेश में 100 दिनों में कुछ भी काम नहीं हुआ है। 100 दिनों के कार्यकाल में कानून व्यवस्था का जनाजा निकल चुका है। अपराधी सरेआम घटनाओं को अंजाम देते हुए सरकार की व्यवस्था को चुनौति दे रहे हंै, लेकिन सरकार बजाय इसे रोकने के केवल और केवल वाहवाही लेने में जुटी हुई है। डा. इंदौरा ने बेरोजगारी और महंगाई को लेकर भी सैनी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि देश में बेरोजगारी और महंगाई चरम पर है। प्रदेश में बेरोजगारी का यह आलम है कि 5700 बच्चों ने चपरासी की नौकरी के लिए अप्लाई किया है, जिन बच्चों ने नौकरियों के लिए अप्लाई किया है, उनमें एमए, बीए से लेकर बीकॉम तक के उम्मीदवार हंै, क्या यही सरकार की उपलब्धि है। पूर्व सांसद ने कहा कि हरियाणा में पिछले 10 सालों में शिक्षा कहां से कहां पहुंच गई। सरकारी स्कूलों में बच्चे नहीं है, जहां बच्चे है, वहां पर अध्यापक नहीं है। निकाय चुनावों में हो रही देरी को लेकर पूर्व सांसद ने कहा कि सरकार ने पहले पंचायती चुनाव में भी देरी की। अब निकाय चुनाव में वही नीति अपनाई जा रही है। सरकार की निकाय चुनावों में कोई रूचि नहीं है, इससे स्पष्ट होता है कि सरकार जनता के प्रति कितनी संजीदा है। डा. इंदौरा ने कहा कि जनता बदलाव तो चाहती है, लेकिन कांग्रेस की कमियों व अह्म के कारण यह संभव नहीं हो पाया। उन्होंने कहा कि बदलाव तभी होगा, जब कांग्रेस पार्टी अह्म से बाहर निकलेगी और नए चेहरों को आगे लेकर आएगी।