कालांवाली तहसील कार्र्यालय में भ्रष्टाचार का बोलवाला!
सरकारी स्टाम डयूटी कम लगवाकर ली जाती है मोटी रिश्वत,हुर्ई शिकायत
नहीं है कागज,लोगों को काम करवानेे के लिए खुद लाने पड़ते है कागज
कालांवाली, 14 फरवरी : कालांवाली के तहसील कार्र्यालय में भ्रष्टाचार का बोलवाला है,सबाल है कि ईमानदार सैनी सरकार में भ्रष्टाचार का सरकार कौन हैै। कालांवाली तहसील कार्र्यालय में राजस्व विभाग व सरकार की और से निधार्रित स्टाम डयूटी क ो कम लगवाकर मोटी रिश्वत ली जाती है और विभाग व सरकार को लाखों का चूना लगाया जा रहा है। इतना नही नही सूत्रों की माने तो बहुत सी रजिस्ट्रीयां बिना एनओसी के भी हुई है। कालांवाली के निवासी श्रवण कुमार की और से पूरे मामले की शिकायत प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी व राजस्व विभाग के उच्च अधिकारियों के पास की गई है। कालांवाली की तहसील में हर रोज नए कानून बनते है और बदलें जाते है क्योंकि कोर्ई सुनवार्ई करनेे वाला नही है। कालांवाली तहसील में हुर्ई रजिस्ट्रीयों की ठीक ठंग से जांच होने पर बड़ा घोटाला सामने आ सकता है। वीरवार को भी तहसील कार्यालय में ऐसी एक घटना हुर्ई जिसमें नगरपालिका अस्समेंट पर हुर्ई एक टीपी को आगे फिर से पति द्वारा पत्नी के नाम करने पर पहले आनाकानी हुर्ई फिर उच्च अधिकारियों के हस्तक्षेप से की गई। खैर मामला जांच का है और जांच के बाद बड़ा गड़बड़झाला सामने आकर रहेगा।
क्या हुड्डा और मार्कीट कमेटी की प्रोपर्र्टी पर देखा जाता है राजस्व का रिकार्ड
नगरपालिका की अस्समेंट पर राजस्व विभाग का रिकार्ड देखकर टीपी करनेे की बात कही गई,क्या हुड्डा और मार्कीट कमेटी की प्रोपर्टी में राजस्व विभाग का रिकार्र्ड देखा जाता है,या फिर लोगों को बिना वजह के परेशान करके मात्र रिश्वत लेने का ड्रामा किया जाता है ये सब जांच का विषय है।
कौन है दलालों का नरेश!
भरोसेमंद सूत्रों की माने तो कालांवाली तहसील कार्र्यालय में कई दलाल साहब के खास है,दलालों की सेंटीग करवाने वाला कौन नरेश है ये भी जांच का विषय है। भरोसेमंद सूत्रों की माने तो जैसे ही उक्त दलाल की और से साहब 1 है, 2 है या फिर 5 है कहां जाता है तो साहब ओके कर देेते हैै और काम हो जाता है। क्योंकि एक उंगली का एक लाख रेट निधार्रित हैै। हमारी टीम की और से ऐसे दलालों और दलालों की और सेे करवार्ई गई रजिस्ट्रीयों को जल्द पाठकों के सामनेे लाया जाएगा क्योंकि बहुत जरूरी है। लोग खुद को ठगा हुआ महसूस करने लगे हैै और साहब दलालों के माध्यम से मालामाल हो रहा है।
नही है कागज,लोग खुद लेकर आते है कागज
कालांवाली की तहसील कार्र्यालय में फर्द लेने व रजिस्ट्री करवाने के लिए सरकारी कागज नही है और लोगों को अपने काम करवाने के
लिए खुद कागज लेकर आना पड़ता है और फिर सरकारी फीस
के साथ-साथ सुविधा शुल्क लेकर लोगों के काम किए जाते है। गांव मलड़ी के किसान बलकरण सिंह व जसकरण सिंह ने बताया कि खुद अपने कागज लेकर आए है और कार्यालय में सरकारी
कागज नही है। किसानों ने कहा कि फीस ली जा रही है लेकिन सुविधा नही दी जा रही है।
समाधान शिविर में लेट आते है नायब तहसीलदार
कालांवाली में सरकार व प्रशासन के आदेशों पर लगने वाले समाधान शिविर में कालांंवाली के नायब तहसीलदार कुवंरपाल सिंह खुद लेट आते है तो लोगों के कामों का समाधान कैसे होगा ये बड़ी बात है। हलांकि हमारी टीम के सामने कैैमरे में भी नायब तहसीलदार खुद माने है कि वेे लेट आए है। खैर उक्त मामला भी जांच का है।
वर्र्जन
कालांवाली के नायब तहसीलदार कुवंरपाल सिंह ने कहा कि कागज नही है तीन दिन पहले पता चला है,हल करतेे है। लेट आनेे पर कहा कि वे देरी से आए है। बिना एनओसी व कम स्टाम डयूटी पर कहा कि ऐसा नही है।
वर्र्जन
इस संबंध में कालांवाली के एसडीएम सुरेश रावेश नेे कहा कि पूरे मामले की जांच करते है और जांच के बाद कार्र्रवार्ई की जाएगी।
वर्र्जन
इस संबंध में प्रदेश के कैबिनेट मंत्री कृ ष्ण कुमार बेदी ने कहा कि वे पूरे मामले की जांंच करवाते है,शिकायत मेरे पास आ गर्ई है। जांच के बाद क ार्र्रवार्ई होगी।